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Naxalite Attack in Latehar: चंदवा रेलवे फ्रेट कॉरिडोर पर फायरिंग, माओवादी कमांडर रविंद्र गंझू के दस्ते ने बोला धावा

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Published : Oct 22, 2022, 10:17 AM IST

लातेहार में नक्सली हमला (Naxalite attack in Latehar) हुआ है. जिला के चंदवा रेलवे फ्रेट कॉरिडोर पर फायरिंग में कई मजदूर घायल हुए हैं. इस घटना को बताया जा रहा है कि 15 लाख के इनामी माओवादी कमांडर रविंद्र गंझू के दस्ते ने हमले को अंजाम दिया है.

Naxalite attack in Latehar firing in Chandwa railway freight corridor
लातेहार

लातेहारः नक्सल प्रभावित जिला लातेहार में नक्सली हमला (Naxalite attack in Latehar) हुआ है. इस बार नक्सलियों ने चंदवा इलाके में बन रहे रेलवे फ्रेट कॉरिडोर को निशाना बनाया है. यहां पर 15 लाख के इनामी माओवादी कमांडर रविंद्र गंझू के दस्ते ने हमले को अंजाम दिया था. इस गोलीबारी में फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनी के तीन मजदूर गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. इस घटना के बाद सुरक्षा बलों का आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज हो गया है.

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लातेहार में कंस्ट्रक्शन कंपनी पर नक्सली हमला (Naxal attack at construction company in Latehar) को लेकर पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि टॉप माओवादी कमांडर रविंद्र गंझू ने इस घटना को अंजाम दिया है. पूरे मामले में जांच के लिए पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा शनिवार को इलाके का दौरा करने वाले हैं. इस घटना के बाद लातेहार लोहरदगा के सीमावर्ती इलाकों में माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरू किया गया है.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार माओवादियों ने एके 47 से फायरिंग की है. रविंद्र गंझू के दस्ते ने लेवी के लिए इस पूरी घटना को अंजाम दिया. रेलवे फ्रेट कॉरिडोर पर माओवादियों का यह पहला हमला है. इससे पहले जेजेएमपी, गैंगस्टर अमन साव, नक्सली संगठन जेपीसी ने लेवी के लिए हमला किया था. ऐसा बताया जा रहा है कि रविंद्र गंझू के साथ चार अन्य माओवादी कमांडर भी इस घटना में शामिल थे.

पैसे की कमी से आक्रामक हुए माओवादीः पिछले 6 महीने में माओवादियों का सुरक्षित ठिकाना बुलबुल, बूढ़ापहाड़ और छकरबंधा तबाह हो गया है. अपने ठिकानों को तबाह होने के बाद माओवादी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. पैसों की कमी के कारण माओवादी पहली बार इतने आक्रमक हुए हैं कि मजदूरों पर भी गोली चलाई है. माओवादियों का अर्थतंत्र बेहद कमजोर हो गया है और उन्हें लेवी मिलना बंद हो गया है. इसलिए माओवादी लेवी के लिए आक्रमक हो गए हैं.

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार इस घटना को अंजाम देने के बाद माओवादी लातेहार और लोहरदगा सीमा के इलाके में भाग गए हैं. कुछ दिन पहले तक रविंद्र गंझू का दस्ता बूढ़ापहाड़ से निकलकर अन्य माओवादियों के साथ लातेहार के जंगली इलाकों में मौजूद था. जानकारी के अनुसार माओवादियों का अपने रीजनल ब्यूरो से भी संपर्क टूट गया है जिस कारण वो लेवी के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं.

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