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खूंटी में अवैध बालू उत्खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाईः एक हाइवा समेत 20 ट्रैक्टर जब्त

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Published : Dec 5, 2022, 10:24 PM IST

खूंटी में अवैध बालू उत्खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई हो रही है. सोमवार शाम प्रशासन की टीम ने 20 ट्रैक्टर डंप बालू और बालू लदा एक हाइवा जब्त किया (action against illegal sand mining in Khunti) है. इस कार्रवाई में गाड़ी मालिक और चालक गिरफ्तार हुआ है.

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रांची

खूंटीः जिला में अवैध बालू खनन के खिलाफ खूंटी के तोरपा, तापकरा और जरियगड़ इलाके में जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी (action against illegal sand mining in Khunti) है. सोमवार देर शाम शुरू हुई छापेमारी के दौरान 20 ट्रैक्टर डंप बालू जब्त किया गया और एक बालू लदा हाइवा जब्त को जब्त किया गया. इस कार्रवाई में हाइवा चालक के अलावा हाइवा मालिक को गिरफ्तार किया गया है.

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खूंटी में अवैध बालू उत्खनन के खिलाफ जिला प्रशासन की टीम की कार्रवाई तोरपा और कर्रा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जारी है. जानकारी अनुसार अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान कर्रा इलाके से एसडीओ ने बालू लदा हाइवा (JH 01DS 9763) को जब्त किया है. हाइवा चालक खूंटी के डूंगरा निवासी मनीष सांगा को गिरफ्तार किया है और हाइवा को स्कॉट कर रहे हाइवा मालिक रांची के हटिया के चांदनी चौक निवासी कृष्णा कश्यप को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि कृष्णा कश्यप आर्मी रिटायर्ड हैं और अवैध बालू का कारोबार से जुड़े हैं. फिलहाल जिला प्रशासन की कार्रवाई जारी है.

नदी घाटों से अवैध बालू का उठावः खूंटी जिला के अड़की के कांची नदी, मुरहू के बनइ नदी, रनिया के सोदे नदी, तोरपा के गीडुम और अब जरियागढ़ थाना के बकसपुर ओपी के पीछे से छाता नदी से बालू का खनन धड़ल्ले से होता (illegal sand mining in Khunti) है. खूंटी का बालू राजधानी से लेकर दूसरे जिलों में आधी रात से सप्लाई होने लगती है. शाम ढलते ही सफेद रेत का काला कारोबार शुरू हो जाता है. पुलिस प्रशासन की लाख पाबंदियों के बावजूद बालू माफिया उनके नाक के नीचे से यह गोरखधंधा चला रहे (Police Failed To Stop Illegal Sand Mining)हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो छाता नदी से प्रतिदिन 60-70 गाड़ी बालू का उठाव होता है. ग्रामीणों का कहना है की प्रतिदिन बालू लदे ट्रैक्टर और हाइवा का जरियागढ़ की सड़कों से गुजरने से यहां की रोड भी जर्जर हो गई हैं. साथ ही छाता नदी का अस्तित्व भी समाप्त होता जा रहा है. जिला प्रशासन को इस पर लगाम लगाने की जरूरत है. अवैध बालू उठाव का हम सभी ग्रामीण विरोध करते हैं, लेकिन पुलिस का सहयोग नहीं मिलता है. ऐसे में हमलोग ज्यादा विरोध नहीं कर सकते हैं, करेंगे तो पता नहीं क्या होगा.

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