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महेश्वरी परिवार संदिग्ध आत्महत्या केस की जांच के लिए हजारीबाग पहुंची सीआइडी की टीम, पड़ोसी से कई घंटे तक हुई पूछताछ

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Published : Jan 8, 2021, 8:45 PM IST

cid investigation in suspected-suicide case of maheshwari family in hazaribag
महेश्वरी परिवार संदिग्ध मौत केस की साीआईडी जांच ()

15 जुलाई 2018 को हजारीबाग के सदर थाना क्षेत्र स्थित सीबीएम अपार्टमेंट में महेश्वरी परिवार के 6 सदस्यों की संदिग्ध मौत हो गई थी. इसी मामले की जांच के लिए सीआइडी की टीम शुक्रवार को हजारीबाग पहुंची. जहां पड़ोसी से घंटों पूछताछ की गई.

हजारीबाग: जिले के बहुचर्चित महेश्वरी परिवार संदिग्ध आत्महत्या के मामले में अब तक कोई खुलासा नहीं हो सका है. सीआइडी की टीम अब इस मामले की जांच कर रही है. इसी को लेकर सीआइडी की टीम शुक्रवार को हजारीबाग पहुंची और मृतक के पड़ोसी कुलदीप कृष्णा से घंटों पूछताछ की है. कुलदीप ने बताया कि सीआइडी ने कई बिंदुओं पर मुझसे जानकारी ली है. सारी बातें उन्हें विस्तार से बताई है.

महेश्वरी परिवार संदिग्ध मौत केस की साीआईडी जांच

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कर्ज से परेशान होकर परिवार समेत की थी खुदकुशी

बता दें कि 15 जुलाई 2018 को हजारीबाग के सदर थाना क्षेत्र स्थित सीबीएम अपार्टमेंट में महेश्वरी परिवार के 6 सदस्यों की संदिग्ध मौत हो गई थी. इसमें 70 वर्षीय महावीर महेश्वरी, 65 वर्षीय उनकी पत्नी किरण देवी, नरेश की पत्नी गीता देवी की लाश फंदे से लटकी मिली थी. नरेश का शव अपार्टमेंट के नीचे मिला था. फ्लैट से दो बच्चों का भी शव बरामद किया गया था. मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें घटना के पीछे कारण का जिक्र किया गया था. नोट में यह लिखा था कि नरेश कर्ज से परेशान है और इसी के चलते उसने ऐसा कदम उठाया है.

इस मामले की जांच पहले हजारीबाग पुलिस को दी गई थी लेकिन लंबे समय तक चले जांच के बाद भी कोई खुलासा नहीं हो सका था. इसके बाद पूर्व मंत्री सरयू राय ने हेमंत सरकार से सीआइडी जांच की मांग की थी. सरकार ने सीआइडी को यह जांच सौंप दी थी.

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