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Cyber Crime: ठगी के लिए बिहार के 50 हजार लोगों को भेजा एसएमएस, सरकार के साइट्स को हैक करने की भी दी धमकी

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Published : Mar 3, 2023, 9:28 PM IST

साइबर अपराधियों की करतूत के कारण लाखों लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ है. इन अपराधियों पर देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस कार्रवाई भी करती है लेकिन ये अपराधी अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं. इस बार बिहार की पुलिस ने एक ऐसे अपराधी को खोजा है एक साथ हजारों बल्क एसएमएस कर लोगों को ठगने का काम करता था. इतना ही नहीं जांच शुरू करने पर शातिर ने बिहार सरकार के सभी साइट्स को हैक करने की भी धमकी दे डाली.

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जानकारी देते संवाददाता अमरनाथ

गिरिडीहः मोबाइल में आए लिंक को छूने से बैंक खाता के साफ होने का मामला लगातार सामने आता रहता है. ऐसे ही लिंक को बनाकर लोगों को ठगने वाले साइबर गिरोह की खोज बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने की है. जिस गिरोह को खोजा गया उस गिरोह के मास्टरमाइंड ने तो बिहार सरकार के सभी साइट्स को हैक करने की भी धमकी दे डाली थी.

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इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई पटना की टीम ने गिरिडीह में छापेमारी की है. यहां मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम व साइबर थाना प्रभारी आदिकांत महतो के सहयोग से एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है. पकड़ा गया आरोपी मुफस्सिल थाना इलाके के लेदा का निवासी सीताराम मंडल पिता झंडू मंडल है. सीताराम पिछले कई वर्षों से मुफस्सिल थाना इलाके के गपई में मकान बनाकर रह रहा था. सीताराम को गपई से ही गिरफ्तार किया गया और बाद में ट्रांजिट रिमांड में उसे पटना ले जाया गया. यह पूरी कार्रवाई आर्थिक अपराध इकाई बिहार के एसपी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने की है.

क्या है पूरा मामलाः दरअसल बिहार के विभिन्न स्थानों पर पदस्थापित वरीय लोक सेवक के मोबाइल पर और अन्य लोगों के मोबाइल पर लगातार लिंक आ रहा था जो साइबर ठगी से जुड़ा हुआ था. इसकी शिकायत आर्थिक अपराध इकाई को मिली. मामले की जांच शुरू हुई तो लिंक भेजने वाले शख्श ने राज्य के एक वरीय अधिकारी को फोन कर यह धमकी दे डाली कि जांच नहीं रोकी गई तो बिहार सरकार के सभी साइट्स को हैक कर दिया जाएगा. मामले में सनहा दर्ज कर पड़ताल करने का निर्देश इकाई के एसपी ने जारी किया. इसे लेकर डीएसपी की अगुवाई में एक टीम का भी गठन किया गया. टीम ने अनुसंधान प्रारंभ किया तो यह साफ हुआ कि जिस मोबाइल नंबर से बल्क मैसेज विभिन्न वरीय लोक सेवकों को आया है वह नंबर सीताराम मंडल का है. इसके बाद टीम गिरिडीह पहुंची और सीताराम को गिरफ्तार कर लिया.

सीताराम का भतीजा है लिंक क्रिएट करने का मास्टरःबताया जाता है कि जिस सीताराम को बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने पकड़ा है, उसका भतीजा अजय कुमार मास्टरमांइड है. अजय फर्जी लिंक बनाकर लोगों को भेजता है. लोग लिंक को टच करते ही साइबर अपराधी की जाल में फंस जाते हैं. अजय का ननिहाल जामताड़ा जिला का करमाटांड है. बताया जाता है कि ईसीबी की गिरफ्त में आये सीताराम ने कहा है उसके नाम पर जारी सिमकार्ड का उपयोग अजय करता है. अजय काफी शातिर है और लोगों को ठगने का भी काम करता है.

अलग अलग जगह मिल रहा है अजय का लोकेशनःइधर पुलिस ने गपई में छापेमारी करने के बाद अजय की खोज शुरू की. खोजबीन में अजय का लोकेशन झारखण्ड के अलग अलग जिले में मिल रहा है. यहां पुलिस को अजय के संदर्भ में और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है. पता चला है अजय का संबंध साइबर अपराध के कई नामचीन अपराधियों से है और उसके साथ मिलकर वह लगातार ठगी कर रहा है.

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