झारखंड

jharkhand

झारखंड में चक्रवाती तूफान 'फोनी' हुआ कमजोर, कई जगहों पर बारिश हुई बंद

By

Published : May 4, 2019, 11:13 AM IST

झारखंड में फोनी तूफान कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. हालांकि जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है. आपात स्थिति से निपटने के लिए आश्रय गृह और रिलीफ कैंप बनवाया गया है.

झारखंड में चक्रवाती तूफान 'फोनी' हुआ कमजोर

सरायकेला/दुमकाः चक्रवाती तूफान फोनी का असर काफी कम होता नजर आ रहा है. लगातार हो रही बारिश बंद हो गई है. बावजूद इसके जिले के आला अधिकारियों ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए रिलीफ कैंप आश्रय गृह और जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ के टीम की सहायता लेने की योजना बनाई है.

झारखंड में चक्रवाती तूफान 'फोनी' हुआ कमजोर

दुमका में फोनी चक्रवात का असर काफी कम है. पूर्वानुमान थी कि तेज आंधी चलेगी और जोरदार बारिश होगी लेकिन अब तक ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है. आसमान में घने काले बादल छाए हुए हैं और तेज हवा चलने के साथ हल्की बारिश हो रही है. हालांकि फोनी चक्रवात का सामना करने के लिए जिला प्रशासन ने समुचित तैयारी कर रखी है. सिविल एसडीओ ने बताया कि चक्रवाती तूफान के दौरान अत्यधिक तेज बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति होने पर लोगों की सहायता के लिए गोताखोरों की तैनाती की गई है.

ये भी पढ़ें-6 मई को चाईबासा में गरजेंगे पीएम मोदी, जानें मिनट टू मिनट कार्यक्रम

सरायकेला में भी फोनी का असर काफी कम है. जिला प्रशासन ने किसी तरह की आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए प्रबंध कर रखे हैं. सिविल एसडीओ समेत दूसरे आला अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्र के पंचायत भवनों और शहरी क्षेत्र के आश्रय गृह को रिलीफ कैंप घोषित कर दिया है.

Intro:चक्रवाती तूफान फोनी हुआ कमज़ोर , कम हुआ असर , जिला प्रशासन अलर्ट, आपात स्थिति से निपटने को लेकर आश्रय गृह और रिलीफ कैंप का किया गया निर्माण , वॉलिंटियर्स भी किए गए हैं तैनात



सरायकेला खरसावां जिला प्रशासन ने चक्रवाती तूफान फोनी से निपटने को लेकर पुख्ता इंतजाम और तैयारी किए जाने का दावा किया है , हालांकि शुक्रवार देर रात के बाद चक्रवाती तूफान का असर कम हो चला है और लगातार हो रही बारिश में बंद हो गई है बावजूद इसके जिले के आला अधिकारियों ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के उद्देश्य से रिलीफ कैंप आश्रय गृह और जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ के टीम की सहायता लेने की भी योजना बनाई है।


Body:जिला के सिविल एसडीओ समेत अन्य आला अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्र के पंचायत भवनों और शहरी क्षेत्र के आश्रय गृह को रिलीफ कैंप घोषित कर दिया है। जहां जिला प्रशासन द्वारा स्थिति विकराल होने के बाद लोगों को वहां सुरक्षित पहुंचाया जायेगा।

वहीं आपात स्थिति में जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सहयोग से वॉलिंटियर्स भी प्रतिनियुक्त कर दिए गए हैं जो तूफान से लोगों को बचाने और सुरक्षित पहुंचाने का कार्य करेंगे । तैयारियों का जायजा लेते हुए जिले के सिविल एसडीओ बशारत कयूम ने बताया कि जिला प्रशासन चक्रवाती तूफान को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने और बचाने के उद्देश्य से सभी तैयारियां की जा रही हैं जिसमें रेड क्रॉस सोसाइटी का भी सहायता लिया जा रहा है। वहीं हर आपात स्थिति की सूचना देने और निपटने के उद्देश्य से इमरजेंसी नंबर भी आम लोगों को उपलब्ध करा दिए गए हैं ।

गोताखोरों की की गई है व्यवस्था

सिविल एसडीओ ने बताया कि चक्रवाती तूफान के दौरान अत्यधिक तेज बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति होने पर लोगों की सहायता के लिए गोताखोरों की तैनाती चिन्हित और डेंजर जोन पर की जा रही है। इसके अलावा आम लोगों को भी सुरक्षित रहने और दूसरों को सुरक्षित उपाय सुलझाने संबंधित जागरूकता और जानकारियां प्रदान की जा रही है।


बाइट - बशारत कयूम , सिविल एसडीओ .


Conclusion:

ABOUT THE AUTHOR

...view details