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दुमका में 20 लाख रुपए का गबन मामले में गिरफ्तार रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर की तबीयत बिगड़ी, पीएमजेसीएच में भर्ती

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 4, 2023, 3:42 PM IST

पौधरोपण योजना में 20 लाख रुपए का गबन मामले में गिरफ्तार रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें किडनी से जुड़ी बीमारी है. Arrested Range forest officer admitted to PMJCH.

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Arrested Range Forest Officer Admitted To PMJCH

दुमकाः20 लाख रुपए गबन करने के मामले में शुक्रवार की देर शाम जिले के पूर्वी हिजला क्षेत्र में पदास्थापित वन क्षेत्र पदाधिकारी बाबूनंद प्रसाद की गिरफ्तारी हुई थी. शनिवार को स्वास्थ्य कारणों से उन्हें फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल दुमका में भर्ती कराया गया है.

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जानिए क्या है पूरा मामलाःजानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में दुमका नगर थाना में रेंजर बाबूनंद प्रसाद के खिलाफ धारा 409 और 420 के तहत 20 लाख रुपए गबन की प्राथमिकी वन विभाग ने दर्ज कराई थी. मामला पौधरोपण में गड़बड़ी से जुड़ा था. बाद में वे दुमका से दूसरे जिला में चले गए थे. इसके बाद एक बार फिर उनकी पोस्टिंग दुमका में हुई. वर्तमान में वे दुमका के हिजला पूर्वी वन क्षेत्र में रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे. इस पुराने मामले में नगर थाना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.

रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर को अस्पताल में कराया गया भर्तीःगिरफ्तारी के बाद रेंजर बाबूनंद ने किडनी की समस्या बतायी और कहा कि डायलिसिस चल रहा है. इसलिए अस्पताल में भर्ती कराया जाए. ऐसे में गिरफ्तार बाबूनंद प्रसाद को इलाज के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

डीएसपी विजय कुमार ने दी जानकारीःइस मामले में दुमका डीएसपी हेड क्वार्टर विजय कुमार ने बताया कि यह मामला वर्ष 2017 का है. काफी दिनों से पुलिस को बाबूनंद प्रसाद की तलाश थी. जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया है.

गिरफ्तार रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर ने खुद को बताया निर्दोषः पुलिस गिरफ्तारी के बाद अस्पताल में इलाजरत रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर बाबूनंद प्रसाद ने खुद को निर्दोष बताया है. उन्होंने बताया कि यह मामला वर्ष 2015 के पौधरोपण से संबंधित था. जिसमें 20 लाख रुपए गबन का मुझ पर लगाया गया था और वर्ष 2017 में एफआईआर दर्ज करायी गई थी, लेकिन ऐसी बात नहीं है. मुझे इस मामले में फंसाया गया है. मुझे कोर्ट से न्याय मिलने का भरोसा है.

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