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Sawan 2023: अंतिम पड़ाव पर देवघर श्रावणी मेला, सावन की अंतिम सोमवारी पर बाबा बैद्यनाथ धाम में भक्तों का तांता

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 28, 2023, 10:56 AM IST

Updated : Aug 28, 2023, 12:15 PM IST

सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. पूरा मंदिर परिसर बोल बम के उद्घोष से गुंजायमान है. वहीं प्रदोष का संयोग होने पर भी श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए आ रहे हैं.

Crowd of devotees at Baba Baidyanath Dham in Deoghar on last Monday of Sawan 2023
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देवघरः श्रावणी मेला 2023 अपने अंतिम पड़ाव पर अंतिम सोमवारी को लेकर देवघर बाबा धाम बोल बम के उद्घोष से गुंजायमान है. सावन की अंतिम सोमवारी के साथ साथ प्रदोष काल का भी अद्भूत संयोग है.

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ऐसी मान्यता है कि सोमवारी और प्रदोष काल का संयोग अति उत्तम होता है. इस दिन व्रत करने और भोलेनाथ को जल अर्पण करने से निसंतानों को संतान की प्राप्ति होती है. सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर भीड़ थोड़ी कम नजर आई. फिर भी कांवरियों की कतार बीएड कॉलेज तक पहुंच गई. अहले सुबह सरदारी पूजा संपन्न करने के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के द्वार करीब 4:00 बजे खोला गया. इसके बाद अरघा के माध्यम से श्रद्धालुओं ने बाबा को जल अर्पण करना शुरू कर दिया. देवघर डीसी विशाल सागर और जिला एसपी लगातार मंदिर और रूट लाइन का निरीक्षण करते दिख रहे. रविवार देर रात 10:00 बजे से ही भक्त कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए.

देवघर बैद्यनाथ धाम के सरदार पंडा ने बताया कि सोमवारी और प्रदोष का संजोग है, संतान प्राप्ति के लिए यह दिन व्रत उत्तम माना जाता है. वहीं उपायुक्त विशाल सागर ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं अन्य सोमवारी की तरह ही दुरुस्त रखी गई हैं. पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के समय में परिवर्तन करते हुए आज उन्हें 8 घंटा की बजाय 12 घंटे की ड्यूटी दी गई है. इसके अलावा सभी जगह दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी प्रति नियुक्त किए गए हैं.

जलार्पण को सामान्य रूप से हो और श्रद्धालुओं को ज्यादा दिक्कत ना हो इसके लिए व्यवस्थाएं सुचारू कर ली गई हैं. इसके लिए शीघ्र दर्शनम काउंटर को भी समय से पहले ही खोल दिया गया. डीसी ने कहा कि सोमवारी के बाद रक्षा बंधन है और ऐसे में अब श्रद्धालु कम संख्या में आएंगे. प्रशासन का अनुमान है कि सोमवारी को लेकर करीब 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु जल अर्पण कर सकते हैं.

कुल मिलाकर 2 महीने तक चलने वाला राजकीय श्रावणी मेला अब अंतिम पड़ाव पर है. आखिरी सोमवारी के बाद मंदिर में भीड़ कम होती जाएगी. रोहित पुरोहित ने कहा कि आज के दिन बाबा के ऊपर गाय के दूध, दही और बेलपत्र अर्पण करने से मनोवांछित फल के साथ साथ धन-धान्य की प्राप्ति होती है. आज त्रयोदशी का भी संयोग बना रहा है इसलिए श्रद्धालु को बाबा भोलेनाथ की पूजा अवश्य करनी चाहिए.

Last Updated : Aug 28, 2023, 12:15 PM IST

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