चतरा: जिला पुलिस, सीआरपीएफ 190 बटालियन और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने भाकपा माओवादी नक्सलियों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है. गुप्त सूचना के आधार पर झारखंड-बिहार सीमा पर पुलिस ने सघन नक्सल विरोधी अभियान चलाया, जिसमें सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के उद्देश्य नक्सलियों द्वारा बिछाए गए आठ लैंडमाइंस समेत भारी मात्रा में नक्सलियों का सामान और नक्सली साहित्य बरामद किया गया है.
अभियान के दौरान वशिष्टनगर जोरी थाना क्षेत्र के गोवे जंगल में सुरक्षाबलों के साथ नक्सलियों की भीषण मुठभेड़ भी हुई है. हालांकि, नक्सली घने जंगल का लाभ उठाकर मौके से भागने में सफल रहा. लगभग दो घंटे तक चले मुठभेड़ में दोनों ओर से करीब दो सौ राउंड गोलियां चली. मुठभेड़ खत्म होने के बाद एएसपी अभियान निगम प्रसाद और सीआरपीएफ के अधिकारियों के नेतृत्व में मुठभेड़ स्थल की घेराबंदी कर इलाके में सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें:-चतराः विधानसभा चुनाव में नक्सलियों का नहीं होगा आतंक! चलाया गया नक्सल विरोधी अभियान
छापेमारी के दौरान हुई मुठभेड़
मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक अखिलेश वी वारियर ने बताया कि भाकपा माओवादी के रीजनल और सब जोनल कमांडर गौतम, इंदल और आलोक दस्ते के सदस्य इलाके में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे. जिसके बाद गुप्त सूचना मिलने के बाद ऑपरेशन के लिए जवानों को जंगल में भेजा गया था. इसी दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसका मुंहतोड़ जवाब जवानों ने दिया. उन्होंने बताया की पुलिस की लगातार जवाबी कार्रवाई से सभी नक्सली मौके से फरार हो गए. एसपी ने कहा कि अपने खिसकते जनाधार को फिर से हासिल करने के उद्देश्य से नक्सली इलाके में पांव पसारने की जुगत में थे.
बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में था नक्सली
एसपी अखिलेश वी वारियर ने बताया कि भाकपा माओवादी का रीजनल कमांडर और सब जोनल कमांडर गौतम, इंदल और आलोक अपने हथियारबंद दस्ते के साथ गोवे जंगल में सक्रिय था. उन्होंने कहा की आगामी विधानसभा चुनाव में सुरक्षा बलों की टीम को निशाना बनाने के उद्देश्य से इनके द्वारा जंगल में विभिन्न इलाकों में आईडी प्लांट करने का उद्देश्य है.