चतरा:जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र में 10 लाख के इनामी नक्सली जोनल कमांडर परमजीत उर्फ सोनू दास की हत्या कर दी गयी. परमजीत का शव पुलिस ने टिकदा गांव के समीप जंगल से बरामद किया गया है. इस घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया या फिर इसके पीछे अपराधियों का हाथ है, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है. पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजते हुए मामले की जांच में जुट गई है. जानकारी के अनुसार परमजीत उर्फ सोनू दास माओवादी संगठन के लिए काम करता था.
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हालांकि उसने हाल के दिनों में संगठन से हटकर जेजेएमपी नामक अपना संगठन खड़ा किया था. जिसके बाद क्षेत्र में विकास योजनाओं में लगे ठेकेदारों, कोयला व्यापारियों के अलावा कोयलांचल में आतंक फैलाकर लेवी वसूलने की फिराक में जुटा था. परमजीत की हत्या के बाद इलाके में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष होने की आशंका भी जतायी जा रही है. शव देखने से लग रहा है कि हत्या कहीं और की गयी है और शव को टिकदा गांव के पास जंगल में फेंक दिया गया है.
पुलिस ने पोस्टमॉर्टम हाउस में परमजीत की पत्नी मालती देवी को बुलाया और उसकी पहचान करवाई. मामले में पुलिस अभी कुछ भी कहने से कतरा रही है. परमजीत के कमर और सीने में गोली लगने के निशान मिले हैं. परमजीत दास काफी पहले से नक्सली संगठन में सक्रिय था. 2017 में उसने भाकपा माओवादी संगठन को छोड़ जेजेएमपी बनाया. 2018 में परमजीत दास चतरा के प्रतापपुर में ज्यादा सक्रिय था. गया, चतरा और पलामू के सीमावर्ती क्षेत्र में भी वह सक्रिय था. विभिन्न थानों में परमजीत दास के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज थे.