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बीजेपी विधायक के आवास को खाली कराने पर कांग्रेस का बयान, कहा- सतत प्रक्रिया के तहत कराया गया खाली

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Published : Dec 13, 2020, 1:34 PM IST

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे बोकारो दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने रणधीर सिंह के आवास को जबरन खाली किए जाने के मुद्दे पर कहा कि चुनाव के बाद चाहे वह विधायक हो या मंत्री पद से हटने के बाद स्वतः आवास खाली कर देते हैं, लेकिन झारखंड राज्य में मंत्री सत्ता से हटने के एक साल के बाद भी आवास खाली नहीं कर रहे हैं.

congress state spokesperson organized press conference in bokaro
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे

बोकारोः कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने बोकारो परिसदन में पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक रणधीर सिंह के विपक्ष के नेताओं को परेशान किए जाने के आरोप पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि देश में झारखंड के पहले ऐसे नेता होंगे जो मंत्री पद से हटने के एक साल बाद भी अपना आवास खाली नहीं कर रहे थे.

प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने की पत्रकारों से बात
प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे अपने बोकारो दौरे के दौरान बोकारो परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस दौरान आलोक दुबे से जब रणधीर सिंह के आवास को जबरन खाली किए जाने के मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद चाहे वह विधायक हो या मंत्री, पद से हटने के बाद स्वतः आवास खाली कर देते हैं, लेकिन झारखंड राज्य एक ऐसा राज्य है जहां के मंत्री सत्ता से हटने के एक साल के बाद भी आवास खाली नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सतत प्रक्रिया है और इसी के तहत उनके आवास को खाली कराया गया है.

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मुख्य चुनाव आयुक्त का पद खाली
पंचायत और नगर निकाय चुनाव नहीं कराए जाने के मुद्दे पर आलोक दुबे ने कहा कि प्रदेश की सरकार गांव और शहर की सरकार को स्थापित करते हुए अधिकार देने में विश्वास रखती है. ऐसे में विपक्षी दल की ओर से अभी तक प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाए जाने के कारण मुख्य चुनाव आयुक्त का पद खाली पड़ा हुआ है. इसी कारण चुनाव नहीं हो पा रहा है, लेकिन मतदाता पुनरीक्षण का काम चल रहा है और हमें यह लगता है कि जनवरी महीने में चुनाव संभव हो सकेगा.

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