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बोकारो थर्मल की 3 नंबर यूनिट और बी-प्लांट हमेशा के लिए बंद, नहीं मिला एक्सटेंशन

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Published : Jun 24, 2021, 6:00 PM IST

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बोकारो थर्मल की 3 नंबर यूनिट और बी-प्लांट हमेशा के लिए बंद ()

एक्सटेंशन नहीं मिलने की वजह से 1992 से अपनी सेवा दे रहे बोकारो थर्मल पावर प्लांट (Bokaro Thermal Power Plant) की तीन नंबर यूनिट और बी-प्लांट को अब हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है. इसकी जानकारी डीवीसी (DVC) के मुख्यालय कोलकाता के अवर सचिव दीपक विश्वास ने दी. इससे पहले ही 2 यूनिट को बंद किया जा चुका है.

बोकारो: दामोदर घाटी निगम(Damodar Valley Corporation) के बोकारो थर्मल पावर प्लांट(Bokaro Thermal Power Plant) की तीन नंबर यूनिट और बी-प्लांट को अब हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है. इस संबंध में डीवीसी(DVC) के मुख्यालय कोलकाता के अवर सचिव दीपक विश्वास ने नोटिस जारी किया है. वैसे तो इस प्लांट को बंद करने को लेकर कई दौर की बैठक हो चुकी थी. लेकिन बुधवार को इसकी विधिवत घोषणा की गई.

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1992 में शुरू हुआ था बोकारो थर्मल बी-प्लांट

बोकारो थर्मल(Bokaro thermal) के 630 मेगावाट का पावर प्लांट था. 210 मेगावाट के 3 यूनिट थे और 1992 में बोकारो थर्मल बी-प्लांट (Bokaro Thermal B- Plant) को चालू किया गया था. लंबे समय से बोकारो थर्मल पावर प्लांट (Bokaro Thermal Power Plant) ने कई कीर्तिमान स्थापित किया था. लेकिन अब हमेशा के लिए इतिहास बनकर रह जायेगा. आपको बता दें कि बी-प्लांट के तीन में से 2 यूनिट पहले ही बंद हो चुके थे. यह तीसरा यूनिट था, जिसे अब बंद कर दिया गया.

हमेशा के लिए बंद हुआ प्लांट

आर्थिक और पर्यावरण का हो रहा था नुकसान

डीवीसी(DVC) के अवर सचिव दीपक विश्वास ने डीवीसी के संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर फैसले की जानकारी दी है. आर्थिक और पर्यावरण का नुकसान हो रहा था जिसके बाद ये प्लांट को बंद करने का फैसला लिया गया. मौजूदा समय में बी-प्लांट को चलाने में आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा था. वैसे भी इस प्लांट को दिसंबर 2020 में ही समाप्त कर दिया गया था. प्लांट के एक्सटेंशन के लिए प्रयास किया जा रहा था, लेकिन कई पहलुओं पर विचार करने के बाद इसे बंद करने का निर्णय लिया गया.

पर्यावरण के मापदंड को पूरा नहीं कर रहा था प्लांट

चिमनी से धुआं अधिक मात्रा में निकल रहा था. कोयला मिल कोयला को पूरी तरह से जला नहीं पा रहा था. जिसके कारण धुंआ ज्यादा निकल रहा था. जो पर्यावरण (Environment) के मानक का उल्लंघन था. लिहाजा इसे बंद करने का फैसला लिया गया.

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