झारखंड

jharkhand

मॉब लिंचिंग में मारे गए लोगों के परिजनों का अनशन, कार्रवाई का आश्वासन देकर मंत्री ने पिलाया नारियल पानी

By

Published : Sep 6, 2021, 9:31 PM IST

Updated : Sep 6, 2021, 10:22 PM IST

झारखंड में मॉब लिंचिंग में मारे गए लोगों के परिजनों ने मुआवजे की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने गुनहगारों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. इसको लेकर परिजन कई दिन तक राजभवन के पास अनशन कर रहे थे. सोमवार को कृषि मंत्री और विधायक के आश्वासन पर उनकी भूख हड़ताल खत्म करवाया गया.

relatives-of-those-killed-in-mob-lynching-fasted-demanding-compensation-in-ranchi
झारखंड में मॉब लिंचिंग

रांचीः राज्य में मॉब लिंचिंग की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों ने राजभवन के सामने भूख हड़ताल किया. मॉब लिंचिंग में मारे गए लोगों के परिजन अनशन के माध्यम से प्रदेश में मॉब लिंचिंग रोकने के लिए सरकार से कठोर कानून बनाने की मांग उठाई. इसके अलावा उन्होंने मुआवजा देने की भी मांग सरकार से की.

इसे भी पढ़ें- अनगड़ा मॉब लिंचिंगः पीड़ित परिवार ने CM हेमंत से की मुलाकात, मामले से कराया अवगत

मॉब लिंचिंग का शिकार हुए तबरेज अंसारी, मुबारक अंसारी और बाबर खान के परिवार वालों की मांग है कि परिजनों को सरकारी नौकरी और उसमें संलिप्त लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. सोमवार को मंत्री बादल पत्रलेख अनशन स्थल पहुंचे. जहां उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार मॉब लिंचिंग करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ा कानून बनाएगी. उन्होंने पीड़ित परिजनों को आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी बातों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा ताकि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई हो सके.

देखें पूरी खबर

मंत्री से आश्वासन मिलने के बाद भूख हड़ताल कर रहे लोगों ने अपना अनशन तोड़ा और मंत्री बादल पत्रलेख ने सभी को नारियल पानी पिलाकर उनका अनशन तुड़वाया. मौके पर मौजूद गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि मॉब लिंचिंग में मारे गए लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए हम लोग यहां पहुंचे हैं और जल्द से जल्द हम उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर इनके व्यवस्थित जीवन यापन का इंतजाम करवाएंगे. भूख हड़ताल पर बैठे मॉब लिंचिंग में मारे गए लोगों के परिजनों ने कहा कि सरकार से हम आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द हमें मुआवजा दें. साथ ही इसके खिलाफ कड़ा कानून बनाए ताकि आने वाले समय में फिर कोई तबरेज और अन्य लोग मॉब लिंचिग का शिकार ना हो सके.

Last Updated : Sep 6, 2021, 10:22 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details