रांचीः काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) के( ICSE)दसवीं के नतीजे रविवार को जारी कर दिए गए. रांची के आईसीएसई से संबद्ध तमाम स्कूलों का रिजल्ट इस बार बेहतर हुआ है.
इस बार सीआईएसई बोर्ड के इतिहास में पहली बार परीक्षाएं 2 टर्म में आयोजित की गई थी. पहले टर्म की परीक्षा नवंबर -दिसंबर और दूसरे टर्म के परीक्षा अप्रैल-मई में आयोजित की गई थी. इस बोर्ड से संबद्ध नतीजों को बोर्ड के करियर पोर्टल पर भी जारी किया गया है. इसके अलावा एसएमएस के जरिए भी दसवीं के विद्यार्थी आईसीएसई लिखकर अपना 7 अंकों का यूनिक आईडी नंबर टाइप कर इस नंबर पर 09248082883 रिजल्ट प्राप्त कर सकते हैं. बताते चलें कि राजधानी रांची के 15 स्कूल सीआइएससीइ से संबद्ध हैं इसमें संत जेवियर स्कूल, संत थॉमस स्कूल, मेटास एडवेंटिस्ट स्कूल, लॉरेटो कॉन्वेंट स्कूल समेत विभिन्न स्कूलों का रिजल्ट बेहतर हुआ है.
ICSE 10th बोर्ड का रिजल्ट जारी, झारखंड के स्कूलों का बेहतर परिणाम, सुरभि कुमारी सिटी टॉपर
आइसीएसई बोर्ड के दसवीं के रिजल्ट जारी हो गए हैं. रांची के विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है. रिजल्ट से स्कूलों के प्रिंसिपल, अभिभावक और बच्चे काफी खुश हैं.
![ICSE 10th बोर्ड का रिजल्ट जारी, झारखंड के स्कूलों का बेहतर परिणाम, सुरभि कुमारी सिटी टॉपर ICSE 10th Board Result Released today](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-15851302-697-15851302-1658072173422.jpg)
रांची संत जेवियर स्कूल के आदित्य नारायण 99 फीसदी अंक के साथ स्कूल के टॉप टेन के लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. अभिनव कुमार 97.80 फीसदी अंक के साथ स्कूल के दूसरे स्थान पर है. वहीं अर्णब दत्ता अबीर दत्ता दो जुड़वा भाई 97 फीसदी अंक के साथ तीसरे स्थान पर है. मेटास एड्वेंटिस्ट स्कूल का परिणाम इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है. इस स्कूल के सत प्रतिशत बच्चे सफल हुए हैं. वह भी प्रथम श्रेणी में. अंरिन रॉय टॉप फाइव के लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. 99 फीसदी अंक के साथ इन्होंने स्कूल टॉप किया है, कृतिका प्रसाद का भी 99 फीसदी अंक है. इन्होंने भी स्कूल टॉप किया है. एमडी समी 98 फीसदी, तहसीन सरवर 98 फीसदी, उज्ज्वल कुमार 98 फीसदी, स्कूल के सेकंड पोजीशन पर है. सार्थक मिश्रा 97 फीसदी अंक के साथ तीसरे नंबर पर है.
स्कूलों के प्राचार्य, अभिभावक और टॉपर्स ने जाहिर की खुशीः स्कूल के प्राचार्य ने कहा है कि इस वर्ष कोरोना महामारी के बावजूद रिजल्ट बेहतर हुआ है. बच्चों को ऑनलाइन पठन-पाठन के माध्यम से पढ़ाया गया था. इसके बावजूद बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया है. वहीं बच्चों का रिजल्ट देख अभिभावक भी काफी खुश दिखे. इस दौरान बच्चों ने कहा है कि अब आगे की पढ़ाई के लिए वह और मेहनत करेंगे.