पलामूः जिला प्रशासन ने 38,249 प्रवासी मजदूरों का डाटाबेस तैयार किया है, जिसमें 26,657 मजदूर स्किल्ड और सेमी स्किल्ड हैं, जबकि 11,592 मजदूर अनस्किल्ड हैं. कोरोना महामारी के बीच प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने को लेकर के पलामू डीसी शशि रंजन ने अधिकारियों के साथ बैठक की.
बैठक में पलामू चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ-साथ कई व्यवसायी संगठन भी शामिल हुए. बैठक में प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाने को लेकर चर्चा की गई. प्रवासी मजदूर जिस क्षेत्र में दक्ष हैं उसी क्षेत्र में उन्हें रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा.
ये भी पढ़ें-रांची: कोनकी में चार शातिर गिरफ्तार, आरोपियों के पास से हथियार बरामद
बैठक में कहा गया कि बाहर से आए मजदूर काफी दक्ष हैं. उनके पास हुनर है उनके हुनर का प्रयोग पलामू का प्रशासन के साथ-साथ व्यवसाय संगठन भी कर सकते हैं. पलामू चेंबर ऑफ कॉमर्स डिमांड सप्लाई को लेकर अहम भूमिका निभा सकता है.
पलामू में सबसे अधिक मेडिकल सेक्टर से जुड़े प्रवासी मजदूर लौटे हैं. उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि मेडिकल सेक्टर में इंगेज करने के लिए योजना तैयार हो. प्रवासी मजदूरों को प्राइवेट मेडिकल होम या नर्सिंग होम में तैनात किया जाए.
बैठक में डीडीसी शेखर जमुआर, डीआरडीए निदेशक स्मिता टोप्पो, जिला योजना पदाधिकारी, सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी, डीआईओ रणवीर कुमार सिंह, श्रम नियोजन पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक समेत कई अधिकारी बैठक में मौजूद थे.