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जमशेदपुर: होर्डिंग्स के लिए धड़ल्ले से काटे जा रहे पेड़, प्रशासन नहीं कर रहा कोई कार्रवाई

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Published : Feb 16, 2019, 12:11 PM IST

लौहनगरी में पेड़ों को नुकसान पहुंचाने का काम भी धड़ल्ले से चल रहा है. पेड़ों में प्रचार-प्रसार करने की नई तकनीक लोग अपना रहे हैं. पेड़ों को बेझिझक काटा जा रहा है. जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी को इन पेड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले लोग दिख नहीं रहे या ये देखना ही नहीं चाहते.

जमशेदपुर: लौहनगरी में इन दिनों लगातार पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई की जा रही है. यहां पेड़ों की कटाई कर नगर निगम शहर में विज्ञापन लगा रहे हैं. पेड़ों की कटाई कर नगर निगम मौन धारण कर बैठा है.

देखें वीडियो।

पेड़ की कटाई

बता दें कि लौहनगरी में पेड़ों को नुकसान पहुंचाने का काम भी धड़ल्ले से चल रहा है. पेड़ों में प्रचार-प्रसार करने की नई तकनीक लोग अपना रहे हैं. व्यक्तिगत फायदे के लिए लोग पेड़ों को काट कर होर्डिंग लगा रहे हैं. कुछ दिन पहले आरडी टाटा के गोल चक्कर के पास एक विशालकाय पेड़ को काट उस पर बड़ी सी हॉर्डिंग्स लगा दी गई.

अंजान बने हुए हैं
ऐसे में सवाल उठता है कि जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी को इन पेड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले लोग क्यों नहीं दिखते. सवाल ये भी है कि क्या वह देख कर भी अंजान बने हुए हैं. पिछले साल अवैध तरीके से होर्डिंग, पोस्टर, बैनर कम करने के लिए जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया के द्वारा एक योजना बनाई गई थी. जहां अवैध तरीके से होर्डिंग्स लगाने वालों पर कार्रवाई और शहर से हार्डिंग को एक साल में मुक्त करने की बात कही गई थी. पर इसे धरातल पर अभी तक नहीं लाया गया है.

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कब होगी कार्रवाई
बहरहाल, सरकार के द्वारा बनाई गई योजना धरातल पर लाने में सालों लग जाते हैं. अब देखना यह है कि जिस तरीके से पेड़ों की कटाई और होर्डिंग्स लगाए जा रहे हैं, इससे जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति कब सख्ती से निपटेगी.

Intro:एंकर-- पौधे और रिश्ते दोनों एक ही तरह के होते हैं लगा कर भूल जाओ तो एक नया फल देता है कहते हैं मनुष्य का प्रकृति से संबंध पृथ्वी के जन्म के समय से रहा है. लोहनगरी में पेड़ों की कटाई कर नगर निगम शहर में विज्ञापन लगा रहे हैं।एक रिपोर्ट


Body:वीओ1-- पेड़ों की कटाई कर नगर निगम बेदर्द बन रहा है इंसान अपनी तकलीफों को बयाँ कर सकता है लेकिन पेड़ इन सभी चीजों से अवाक रह जाते हैं। लौहनगरी में पेड़ों को नुकसान पहुंचाने का कार्य भी धड़ल्ले से चल रहा है पेड़ों में प्रचार-प्रसार करने की नई तकनीक लोग अपना रहे हैं व्यक्तिगत फायदे के लिए लोग पेड़ों को काट कर दनादन होर्डिंग लगाने का कार्य कर रहे हैं। कुछ दिन पहले आरडी टाटा के गोल चक्कर के समीप एक विशालकाय पेड़ को काट उस पर बड़ी सी हॉर्डिंग्स लगा दी गई ऐसे में सवाल उठता है जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी को इन पेड़ों का नुकसान पहुंचाने वाले लोग दिखते नहीं है या वह देख कर भी अंजान बने हुए हैं.लौहनगरी में रोड के बीच और किनारों पर कई बड़े-बड़े पेड़ सालों से लगे हुए हैं जिनकी सुंदरता ही अपने वजूद होने का एहसास करा रही है. इन पेड़ों के रहने से लोगों को छाया भी मिलती है तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए भी जरूरी है लेकिन ऐसे कई विज्ञापन संस्थान इन पेड़ों को अपना प्रचार प्रसार का माध्यम बना रहे हैं पेड़ों पर अपनी होर्डिंग लटका कर लोगों की निगाहें अपनी ओर खींचने का काम कर रहे हैं. पिछले साल अवैध तरीके से होर्डिंग पोस्टर बैनर कम करने के लिए जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया के द्वारा एक योजना बनाई गई थी. जहां अवैध तरीके से होर्डिंग्स टांगने वालों पर कार्रवाई तथा ऐसे हार्डिंग से शहर को 1 साल में मुक्त करने की बात कही गई थी.पर इसे धरातल पर अभी तक नहीं लाया गया है।
हॉर्डिंग्स लगने से सरकार को इसमें राजस्व मिलता है.और उसमें सही तरीके से प्रचार-प्रसार करने का एक माध्यम है नगर निगम के संज्ञान में आने के बाद जहां पर भी पेड़ों की कटाई हो रही है उस पर संज्ञान लिया जाएगा कुछ आभूषण दुकानों के द्वारा शहर के चौराहों पर होर्डिंग से लगाए गए थे लेकिन जल्दी इसे अधिकारियों के द्वारा हटा लिया गया है।
बाइट--कृष्णा कुमार( विशेष पदाधिकारी जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति)


Conclusion:बहरहाल सरकार के द्वारा बनाई गई योजना धरातल पर लाने में सालों साल लग जाते हैं अब देखना यह है कि जिस तरीके से पेड़ों की कटाई और होल्डिंग्स टांगे जा रहे हैं इससे जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति कब सख्ती से निपटेगी।

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