जमशेदपुर: कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम एक बार फिर सवालों के घेरे में है. बुधवार (22 सितंबर) को मरीज से मिलने आए परिजनों के लिफ्ट में फंसने से अफरा तफरी मच गई. परिजनों के शोर मचाने के बाद मौके पर पहुंचे टेक्नीशियन की मदद से सभी को लिफ्ट से बाहर निकाला गया.
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क्षमता से ज्यादा लोग सवार
खबर के मुताबिक लिफ्ट के फंसने की घटना तब हुई जब अस्पताल में तीसरे तल्ले के मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीज से मिलकर परिजन लिफ्ट से नीचे उतर रहे थे. बताया जा रहा है कि लिफ्ट में क्षमता से ज्यादा लोग सवार हो गए थे जिस वजह से ये घटना हुई. लिफ्ट में फंसे लोगों में एक हार्ट का मरीज भी था. लोगों के शोर मचाने के बाद अस्पताल के नर्स और कर्मचारियों ने सभी को निकालने की कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. थोड़ी देर बाद टेक्नीशियन को वहां बुलाया गया तब जाकर सभी लोगों को लिफ्ट से बाहर निकाला जा सका.
अस्पताल प्रबंधन पर उठे सवाल
लिफ्ट में फंसने की घटना के बाद एमजीएम अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. कोरोना काल में सभी अस्पतालों की व्यवस्था को ठीक किया जा रहा है. एमजीएम की बात करें तो यहां की व्यवस्था सुधारने में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री खुद लगे हुए हैं. अस्पताल में संसाधनों की कमी को पूरा किया जा रहा है. इसके बावजूद इस तरह की घटना प्रबंधन की लापरवाही को दिखाती है. लिफ्ट टेक्नीशियन की माने तो लिफ्ट सिर्फ मरीजों के लिए लगाया गया है, जबकि इसका उपयोग परिजन भी करते हैं. मरीज को लाने और ले जाने के दौरान ही लिफ्ट मैन रहता है. पूरे मामले पर अस्पताल अधीक्षक ने जांच कर व्यवस्था को सुधारने का आश्वासन दिया है.