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सोलन के दो बेटों ने प्रदेश का बढ़ाया मान, चेतन जग्गा और ओजस कैंथला बने सेना में अधिकारी

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Published : May 30, 2021, 10:08 AM IST

Updated : May 30, 2021, 10:48 AM IST

भारतीय सेना में अधिकारी बनकर जिला सोलन के दो युवाओं ने प्रदेश का मान बढ़ाया है. सेना में अधिकारी बने चेतन जग्गा को शुरू से ही सैन्य अधिकारी बनने का जुनून था और आज उनका यह सपना पूरा हुआ है. अपने बेटे की इस उपलब्धि पर माता अनु जग्गा व पिता सुनील जग्गा बहुत खुश हैं.

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सोलन: भारतीय सेना में अधिकारी बनकर जिला सोलन के दो युवाओं ने प्रदेश का मान बढ़ाया है. जिला सोलन के युवा ओजस कैंथला और चेतन जग्गा आर्मी अफसर बने हैं. चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) की पासिंग आउट परेड में ओजस कैंथला और चेतन जग्गा भारतीय सेना में विधिवत रूप से शामिल हुए. पासिंग परेड के बाद दोनों ही विधिवत रूप से सेना में शामिल हो गए. सोलन शहर से एक साथ दो बेटों का सेना में अधिकारी के रूप में शामिल होने पर लोगों में भी खुशी का माहौल है. वहीं, कोरोना के चलते स्वजनों ने घर से ही वर्चुअल माध्यम से पासिंग आउट परेड को देखा.

बचपन का सपना हुआ पूरा

सेना में अधिकारी बने चेतन जग्गा को शुरू से ही सैन्य अधिकारी बनने का जुनून था और आज उनका यह सपना पूरा हुआ है. अपने बेटे की इस उपलब्धि पर माता अनु जग्गा व पिता सुनील जग्गा बहुत खुश हैं. अनु जग्गा ने कहा कि अभी तक वह मेरा बेटा था, लेकिन आज से भारत माता का बेटा बन गया, जिससे वह गर्व महसूस कर रही हैं.

चेतन जग्गा का जन्म सोलन में छह फरवरी 1995 को हुआ था. सेंट ल्यूक्स स्कूल सोलन से जमा दो (नॉन मेडिकल) की परीक्षा 93 फीसदी अंक लेकर पास की. उसके बाद हमीरपुर एनआइटी से केमिकल इंजीनियरिग में डिग्री हासिल की. डिग्री पूरी होने के बाद इंफोसिस में नौकरी करते हुए सेना के लिए परीक्षाएं भी देता रहा. बिना किसी कोचिंग के चेतन जग्गा का चयन ओटीए चेन्नई के लिए हुआ है. इस उपलब्धि पर परिजन बेहद खुश हैं.

पापा और चाचा की तरह सैन्य अधिकारी बनना चाहता था ओजस

ओजस कैंथला थल सेना की 2/11 जीआर बटालियन में कमीशन प्राप्त कर अपने परिवार समेत प्रदेश का नाम रोशन किया है. ओजस कैंथला की प्रारंभिक शिक्षा सोलन के सेंट ल्यूक्स स्कूल सोलन से हुई है. जिसके बाद आर्मी लॉ कॉलेज चंडीगढ़ के पांच वर्षीय लॉ विषय की डिग्री हासिल की. आर्मी लॉ कॉलेज में डिग्री कंप्लीट होने के बाद देश की बड़ी ट्राई लीगल कंपनी दिल्ली में चयन हुआ.

ओजस ने वहां लीगल एसोसिएट के रूप में एक वर्ष तक कार्य किया. बचपन से ही अपने पापा-चाचा की तरह आर्मी ऑफिसर बनने की चाह पाले ओजस ने इसके लिए जॉब के साथ-साथ तैयारी की. ओजस के पिता कर्नल अरुण कैंथला व चाचा ब्रिगेडियर अनुज कैंथला सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं. माता अंबिका कैंथला भी एमए एलएलबी हैं. ओजस के दादा एचडी कैंथला जिला एवं सत्र न्यायाधीश पद रह चुके हैं. वह अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को देते हैं.

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Last Updated : May 30, 2021, 10:48 AM IST

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