हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

PM मोदी के सपने को साकार करने में जुटा सिरमौर का ये किसान, जीरो बजट खेती से कमा रहे हजारों रुपये

By

Published : Aug 12, 2019, 10:28 AM IST

मोहन सिंह ने खेतों में वैज्ञानिक तरीके से तारों के शेड बनाए है, जिनमें उन्होंने लौकी लगा रखी है. अभी तक लगभग 50 हजार रुपये की लौकी को वे बेच चुके हैं.

PM मोदी के सपने को साकार करने में जुटा सिरमौर का ये किसान, जीरो बजट खेती से कमा रहे हजारों रुपये

नाहन: सिरमौर जिला में बरमन गांव के मोहन सिंह ठाकुर ने प्राकृतिक खेती में मिसाल पेश करते हुए बताया कि वैज्ञानिक ढंग से कृषि की जाए, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों की आय दोगुनी करने का सपना साकार हो जाएगा.

बता दें कि मोहन सिंह बैंक से सेवानिवृत हैं. उन्होंने खेतों में वैज्ञानिक तरीके से तारों के शेड बनाए है, जिनमें उन्होंने लौकी लगा रखी है. इसमें वह पूरी तरह प्राकृतिक खाद का प्रयोग करते हैं और अभी तक लगभग 50 हजार रुपये की लौकी बेच चुके हैं.

वीडियो

मोहन सिंह ने अपनी खेतों में इस समय लौकी के साथ बिन्स, टमाटर, खीरा भी लगा रखा है और सभी सब्जियों के बाजार में अच्छे दाम भी मिल रहे हैं. हालांकि इस क्षेत्र में सिंचाई की समस्या है, लेकिन साथ लगते खड्ड से मोटर के माध्यम से वे सब्जियों की सिंचाई करते हैं.

पंजाहल पंचायत के पूर्व प्रधान वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि मोहन सिंह की खेती क्षेत्र के लिए एक आदर्श बनकर उभरी है और किसान यहां आकर खेती के तरीके भी सिख रहे हैं.
मोहन सिंह का कहना है कि सरकार की विभिन्न नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने सब्जी उत्पादन शुरू किया है और बहुत अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं.

ये भी पढ़े: छात्रों को झेलनी पड़ रही परेशानी, शिक्षा विभाग को है बजट का इंतजार

Intro:-लोकी के उत्पादन से ही कमा चुके हैं अच्छी आय, सब्जी उत्पादन को दी नई दिशा
नाहन। प्राकृतिक खेती से भी अच्छी आमदनी कमाई जा सकती है। साथ में यदि वैज्ञानिक ढंग से कृषि की जाए, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना किसानों की आय दोगुनी करना आसान हो जाएगा।
Body:दरअसल सिरमौर जिला में बरमन गांव के मोहन सिंह ठाकुर ने एक ऐसी ही मिसाल कायम की है। मोहन सिंह बैंक से सेवानिवृत हैं। परिवार के साथ अपने गांव में सब्जी उत्पादन कर रहे हैं। उन्होंने खेतों में वैज्ञानिक तरीके से तारों के शेड बनाए है, जिनमें लोकी लगा रखी है। इसमें वह पूरी तरह प्राकृतिक खाद का प्रयोग करते हैं और अभी तक लगभग 50 हजार रूपए की लोकी को वह बेच चुके हैं। उनकी लोकी की मांग बहुत ज्यादा है। नाहन व जमटा में ही सारी लोकी बिक रही है।
मोहन सिंह ने अपने खेतों में इस समय लोकी के साथ बिन्स, टमाटर, खीरा आदि भी लगा रखे है और सभी सब्जियों के बाजार में अच्छे दाम भी मिल रहे हैं। हालांकि इस क्षेत्र में सिंचाई की समस्या है, मगर वह साथ लगते खड्ड से मोटर के माध्यम से सब्जियों की सिंचाई करते हैं। साथ ही जलसंग्रहण करके भी खेती जा रही है। आज दूर-दूर से लोग उनकी खेती को देखने आते हैं।
वहीं मोहन सिंह की खेती के तरीके को देख लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। पंजाहल पंचायत के पूर्व प्रधान वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि मोहन सिंह की खेती इलाके के लिए एक आदर्श बनकर उभरी है और किसान यहां आकर खेती के तरीके भी सिख रहे हैं।
बाइट: वीरेंद्र ठाकुर, पूर्व प्रधान पंजाहल पंचायत
उधर मोहन सिंह की मानें तो सरकार की विभिन्न नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने सब्जी उत्पादन शुरू किया है और बहुत अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। आज उनका सारा परिवार इस खेती से जुड़ा हुआ है और अच्छी आमदनी भी हो रही है।Conclusion:उल्लेखनीय है कि मोहन सिंह ने जल संग्रहण करने के साथ-साथ प्राकृतिक तौर पर खेती करके एक उदाहरण पेश किया है, जोकि अन्य किसानों को भी प्रेरणा दे रहा है।

ABOUT THE AUTHOR

...view details