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दिल्ली के CM उप मुख्यमंत्री को दिलाना चाहते थे पद्मश्री अवार्ड, शराब के मामले में हुए गिरफ्तार: अनुराग ठाकुर

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Published : Feb 28, 2023, 3:19 PM IST

Updated : Feb 28, 2023, 3:57 PM IST

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक तरफ जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पद्मश्री अवार्ड दिलाना चाहते थे तो वहीं, अब इनके सारे अवॉर्ड्स का खुलासा हो चुका है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य की श्रेय लेने वाले मनीष सिसोदिया का पूरी तरीके से पर्दाफाश हो चुका है.

Anurag Thakur on Delhi deputy cm manish sisodia
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर

शिमला/बिलासपुर:केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री पर पलटवार किया है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक तरफ जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पद्मश्री अवार्ड दिलाना चाहते थे तो वहीं, अब इनके सारे अवॉर्ड्स का खुलासा हो चुका है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सीबीआई द्वारा शराब मामले में मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करना सबसे सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का अवार्ड है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य की श्रेय लेने वाले मनीष सिसोदिया का पूरी तरीके से पर्दाफाश हो चुका है. यहां पर शराब मामले पर चल रही लंबी जांच के बाद सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया है. जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि उप मुख्यमंत्री किस दिशा में चल रहे थे. इसी के साथ उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि दिल्ली में भ्रष्टाचार की सरकार आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है, लेकिन त्वरित कार्रवाई व अन्य सारे मामलों की जांच कर रही एजेंसी बेहतर कार्य कर रही है और जो इन मामलों में संलिप्त हैं उन को पकड़ा जा रहा है.

दिल्ली शराब घोटाला क्या है? जिसमें Deputy CM मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी: दिल्ली शराब बिक्री नीति से संबंधित जांच 2021 में पेश की गई और अब वापस ले ली गई. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया दिल्ली के Excise Department के प्रमुख हैं, जिस कारण वह निशाने पर आ गए. साथ ही CBI ने उनपर पूछताछ के दौरान सहयोग न करने का आरोप भी लगाया. इस नीति के तहत, अधिकांश राज्यों में मानदंडों से हटकर, सरकार का अब शराब बेचने से कोई लेना-देना नहीं था और केवल निजी दुकानों को ही ऐसा करने की अनुमति थी. इसका मुख्य उद्देश्य कालाबाजारी को रोकना, राजस्व में बढ़ोतरी करना और उपभोक्ता अनुभव में सुधार करना था.

इस नीति के तहत, शराब की Home Delivery और दुकानों को सुबह 3 बजे तक खुले रहने की भी अनुमति दी थी. लाइसेंसधारी असीमित छूट भी दे सकते थे. सरकार ने नीति से आय में 27% की पर्याप्त बढ़ोतरी की सूचना दी, जिससे लगभग 8,900 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. शराब नीति ने दिल्ली सरकार को मुश्किलों में डाल दिया. आरोप है कि केजरीवाल सरकार ने जानबूझकर बड़े शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाइसेंस शुल्क बढ़ाया. उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने इस मामले में जांच की मांग उठाई थी और CBI को जांच के लिए कहा था. जांच आदेश के कुछ ही समय बाद ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि नीति रद्द हो रही है, क्योंकि BJP विक्रेताओं को डराने के लिए अपने नियंत्रण वाली जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही हैं.

सिसोदिया की गिरफ्तारी तक CBI ने दायर चार्जशीट में उनका नाम नहीं लिखा था, लेकिन पिछले साल CBI ने उनके घर समेत 31 ठिकानों पर छापेमारी की थी. CBI को कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा था. इससे अलग प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए दिल्ली शराब घोटाले की जांच भी शुरू की थी. इसमें कई नेताओं और कारोबारियों को गिरफ्तार किया.

वहीं, विपक्ष का यह भी आरोप ये भी है कि इसके एवज में Aam Aadmi Party के नेताओं और अफसरों को शराब माफियाओं ने मोटी रकम घूस के तौर पर दी. दिल्ली शराब घोटाले के मामले में CBI ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी और तेलंगाना विधान परिषद सदस्य (MLC) कलवकुंतला कविता से भी पूछताछ की थी. हालांकि, AAP ने सभी आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि जांच राजनीतिक हिसाब बराबर करने की बीजेपी की कोशिश है. पार्टी का कहना है कि वह जांचकर्ताओं के साथ सहयोग करेगी. पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, 'शराब घोटाले जैसी कोई चीज नहीं है. हमने देश में सबसे अच्छी और सबसे पारदर्शी नीति बनाई है'.

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Last Updated : Feb 28, 2023, 3:57 PM IST

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