हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज का बड़ा बयान, बोले- पाकिस्तान की शाहबाज सरकार से मिलती जुलती है सुक्खू सरकार

By

Published : Mar 4, 2023, 1:42 PM IST

पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार की तुलना पाकिस्तान की सरकार से कर दी. उन्होंने कहा कि हिमाचल में चल रही कांग्रेस की सरकार पाकिस्तान की शहबाज सरकार के साथ मिलती-जुलती सरकार है. (Suresh Bhardwaj statement) (Suresh Bhardwaj targeted the Congress govt) (BJP protest in Shimla)

Suresh Bhardwaj targeted the Congress govt
Suresh Bhardwaj targeted the Congress govt

पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज बोले- पाकिस्तान की शाहबाज सरकार से मिलती जुलती है सुक्खू सरकार

शिमला: हिमाचल की सूक्खु सरकार द्वारा प्रदेश में पूर्व सरकार के समय खुले संस्थानों को डिनोटिफाई करने पर भाजपा सड़कों पर उतर गई है और विरोध प्रदर्शन कर रही है. शनिवार को राजधानी में भी शिमला जिला भाजपा मंडल द्वारा सीटीओ के बाहर धरना प्रदर्शन किया और जनता के हित में खुले संस्थानों को बंद करने के सरकार पर आरोप लगाए. पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज भी इस दौरान मौजूद रहे और उन्होंने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा.

पाकिस्तान सरकार से कर दी सुक्खू सरकार की तुलना: पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस सरकार को बने हुए 3 महीने हो गए हैं लेकिन इन 3 महीनों में केवल यह सरकार संस्थानों को बंद करने और चहेतों को कुर्सियों पर बैठाने का काम कर रही है. इस सरकार के पास कोई विजन नहीं है. यही नहीं सुरेश भारद्वाज ने कांग्रेस सरकार की तुलना पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार से कर दी. उन्होंने कहा कि हिमाचल में चल रही कांग्रेस की सरकार पाकिस्तान की शहबाज सरकार के साथ मिलती-जुलती सरकार है. उनकी भी अर्थव्यवस्था समाप्त हो गई है. वहां भी एडवाइजरों के सहारे सरकार चल चल रही है और यहां भी बाहर के एडवाइजर के सहारे हिमाचल में सरकार चल रही है.

'पूर्व सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को बंद करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण':सुरेश भारद्वाज ने कहा कि पूर्व सरकार ने आवश्यकता अनुसार प्रदेश भर में शिक्षण संस्थान और स्वास्थ्य संस्थान खोले थे. इस सरकार को इन संस्थानों की समीक्षा करनी चाहिए थी लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में आते ही पूर्व सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को बंद करना शुरू कर दिया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है. पूर्व सरकार द्वारा जहां भी स्कूल और स्वास्थ्य संस्थान खोले थे वहां पर स्टाफ की तैनाती भी की थी. शिमला के समरहिल में डिस्पेंसरी पूर्व सरकार ने खोली थी और वहां पर डॉक्टर भी तैनात कर दिए थे. लेकिन इस सरकार ने उसे बंद कर दिया. इसके अलावा संजौली में पुलिस चौकी को थाना बनाया गया था लेकिन इस सरकार ने आते ही उसे भी दोबारा से चौकी में तब्दील कर दिया है. सरकार को इन संस्थानों को लेकर समीक्षा करनी चाहिए थी और जो नहीं चल रहे हैं उन्हें बंद करना चाहिए था. लेकिन जो काम कर रहे थे और जनता की उम्मीदों के अनुसार खोले गए थे वह बंद नहीं होने चाहिए थे.

'सरकार फिजूलखर्ची कर रही':उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गलत परंपरा बना रही है जो पिछले सरकार ने काम किए हैं वह सब खत्म किए जा रहे हैं. कांग्रेस सरकार की गारंटियों को लेकर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने चुनावों के समय प्रदेश की जनता को गारंटियां देकर गुमराह किया और अब यह सरकार 5 साल का समय मांग रही है. यही नहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों और विधायकों के ऊपर विश्वास नहीं है जो बाहर से एडवाइजर लाए हैं उन पर विश्वास कर रहे हैं. सरकार फिजूलखर्ची नहीं रोक रही है और मंत्रियों की कोठियों पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें:छोटी काशी मंडी में 6 मार्च को मनाई जाएगी होली, DJ पर लगेंगे ठुमके और उड़ेगा गुलाल, सार्वजनिक अवकाश की घोषणा

ABOUT THE AUTHOR

...view details