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हमीरपुर जिले में Jaundice और Diarrhea का कहर, 70 से ज्यादा लोग चपेट में आए, पेयजल योजनाओं की गैसियस क्लोरिनेशन के निर्देश

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Published : Jun 30, 2023, 3:38 PM IST

Updated : Jun 30, 2023, 5:52 PM IST

हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर में पीलिया और डायरिया के मामले बढ़ते आ रहे हैं. पीलिया और डायरिया से 10 गांव प्रभावित हुए हैं. (jaundice in hamirpur) (Jaundice and diarrhea in Hamirpur district) (Jaundice and diarrhea in Himachal).

Jaundice and diarrhea in Hamirpur district
हमीरपुर जिले में पीलिया और डायरिया का कहर

हमीरपुर: जिला मुख्यालय हमीरपुर से सटी 4 पंचायतों में पीलिया प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. यह पंचायतें सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की हैं जो कि जिला मुख्यालय हमीरपुर के साथ लगती हैं. स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर के मुताबिक इन 10 गांव में अभी तक 70 से ज्यादा लोग डायरिया और पीलिया की चपेट में आए हैं. कोट, सराहकड़, भरनांग ख्याह पंचायतों के 10 गांव बीमारी से प्रभावित हैं और लगातार मरीज सामने आ रहे हैं. मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर भी अलर्ट हो गया है और मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए टीम फील्ड में भेजी गई हैं. 26 जून को यहां पर पहला मामला सामने आया था. जिसके बाद आप लगातार हमने बढ़ती जा रही हैं. गुरुवार शाम तक बीमारी के पीड़ितों की संख्या 70 बार पहुंच गई है, जबकि शुक्रवार को विभागीय टीम में फील्ड में लगातार स्क्रीनिंग कर रही हैं.

पेयजल योजना कराड़ा में 15 दिन में गैसियस क्लोरिनेशन प्रणाली शुरू करने के निर्देश:जिला मुख्यालय के निकटवर्ती क्षेत्र सराहकड़-कोट के कुछ गांवों में पीलिया फैलने के मामले में संज्ञान लेते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने शुक्रवार सुबह जलशक्ति विभाग, स्वास्थ्य विभाग और ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान उपायुक्त ने जलशक्ति विभाग से पीलिया प्रभावित क्षेत्र के साथ-साथ जिला की अन्य पेयजल योजनाओं के जलस्रोतों की ताजा स्थिति की जानकारी भी ली. उपायुक्त ने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जलस्रोतों में सही ढंग से ब्लीचिंग पाउडर डालने या क्लोरिनेशन के संबंध में फील्ड के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करें.

हमीरपुर जिले में पीलिया और डायरिया का कहर

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि पेयजल की सरफेस स्कीमों के जलस्रोतों में एक बार ब्लीचिंग पाउडर डालने के बाद इनमें दोबारा दूषित जल आने की आशंका बनी रहती है. इसलिए, फील्ड के कर्मचारियों को ब्लीचिंग पाउडर डालने की मात्रा और टाइमिंग की सही जानकारी होनी चाहिए. उन्होंने जलशक्ति विभाग को जिला की पेयजल योजनाओं में गैसियस क्लोरिनेशन की संभावनाएं तलाशने के निर्देश भी दिए. उन्होंने सराहकड़-कोट क्षेत्र की पेयजल योजना के लिए 15 दिन के भीतर गैसियस क्लोरिनेशन प्रणाली की व्यवस्था करने को कहा. उन्होंने जिला की अन्य पेयजल योजनाओं में भी गैसियस क्लोरिनेशन की संभावनाएं तलाशने और इस दिशा में त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए.

पीलिया रोग.

डीसी बोले लगातार की जा रही है स्क्रीनिंग: स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से ताजा स्थिति की जानकारी लेते हुए उपायुक्त ने प्रभावित क्षेत्र की आस-पास की पंचायतों में भी लोगों की स्क्रीनिंग करने तथा लोगों को पेयजल की स्वच्छता एवं जल जनित रोगों के प्रति जागरुकता अभियान चलाने के निर्देश दिए. उपायुक्त ने कहा कि इस अभियान में सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आशा वर्कर्स के अलावा स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी लिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि फील्ड में जल जनित रोगों से संबंधित दवाईयों एवं अन्य आवश्यक सामग्री तथा क्लोरिन की गोलियों की पर्याप्त आपूर्ति होनी चाहिए. इसके अलावा पेयजल की नियमित रूप से सैंपलिंग एवं टेस्टिंग सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सैंपलों की जांच कल्चर प्रणाली से भी होनी चाहिए, ताकि पानी के दूषित होने का सही पता लगाया जा सके.

जल शक्ति विभाग के सैंपल की रिपोर्ट सही, स्वास्थ्य विभाग का इंतजार: पीलिया के मामले रिपोर्ट होने के बाद जल शक्ति विभाग हमीरपुर की टीम ने मौके पर जाकर संबंधित क्षेत्र की पेयजल योजनाओं के सैंपल लिए थे उनकी रिपोर्ट सही पाई गई है हालांकि अभी तक स्वास्थ्य विभाग फिर रिपोर्ट आना बाकी है. स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर की तरफ से लोगों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट ली गई है साथ ही पेयजल योजनाओं की रिपोर्ट भी ली जा रही है प्रभावित क्षेत्र में लोगों ने जिन पेयजल स्रोतों का इस्तेमाल किया है उनके पानी के सैंपल लिए गए हैं इन पानी के सैंपल मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में जांच के लिए भेजे गए हैं उम्मीद जताई जा रही है कि शुक्रवार तक इसके रिपोर्ट आ जाएगी.

पीलिया के लक्षण.

यह हैं लक्षण, इस तरह से करें बचाव:पीलिया के लक्षण पेट में दर्द होना, भूख ना लगना आंखों में पीलापन आना इत्यादि है. स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर की टीम फील्ड में जाकर लोगों को इस बारे में जागरूक कर रही है और इस बीमारी से बचने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डॉक्टर आरके अग्निहोत्री का कहना है कि पीलिया से बचाव के लिए पानी को उबालकर पीना चाहिए और बाहर का खाना भी खाने से परहेज करना चाहिए सब्जियों को पकाने से पहले अच्छी तरह से हुए तथा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें.

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Last Updated : Jun 30, 2023, 5:52 PM IST

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