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शिमला नगर निगम की अंतिम बैठक: पानी सकंट पर भाजपा पार्षदों ने ही किया हंगामा, मंडी से इन्होंने पानी पर घेरा

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Published : Jun 17, 2022, 8:34 AM IST

नगर निगम का पांच साल पूरा हो गया और वीरवार को नगर निगम के कार्यकाल की अंतिम मासिक बैठक बचत भवन में (Shimla Municipal Corporation last meeting concluded) हुई. बैठक में पानी और सड़कों की टारिंग को जमकर हंगामा हुआ. बैठक शुरू होते ही भाजपा के पार्षदों ने ही अपनी ही नगर निगम पर शहर में पानी और सड़कों की टारिंग ना होने को लेकर हंगामा शुरू कर नगर निगम पर लोगों को पानी ना देने के आरोप लगाया.

शिमला नगर निगम की अंतिम बैठक
शिमला नगर निगम की अंतिम बैठक

शिमला:नगर निगम का पांच साल पूरा हो गया और वीरवार को नगर निगम के कार्यकाल की अंतिम मासिक बैठक बचत भवन में (Shimla Municipal Corporation last meeting concluded) हुई. बैठक में पानी और सड़कों की टारिंग को जमकर हंगामा हुआ. बैठक शुरू होते ही भाजपा के पार्षदों ने ही अपनी ही नगर निगम पर शहर में पानी और सड़कों की टारिंग ना होने को लेकर हंगामा शुरू कर नगर निगम पर लोगों को पानी ना देने के आरोप लगाया.

पानी और टारिंग पर हंगामा:कैथू और अनाडेल वार्ड के पार्षद ने सड़क की टारिंग ना होने का मामला सदन में उठाया और हंगामा शुरू कर दिया. साथ ही टारिंग की गुणवत्ता पर भी उन्होंने सवाल खड़े किए. करीब 15 मिनट तक इसको लेकर हंगामा होता रहा. वहीं, अन्य पार्षदों में भी शिमला शहर में पानी के संकट को लेकर नगर निगम के अधिकारियों और महापौर के समक्ष सवाल खड़े किए.

शिमला नगर निगम बैठक में हंगामा

चार दिन बाद मिल रहा पानी:कैथू वार्ड से भाजपा पार्षद सुनील धर ने कहा कि शिमला में चौथे दिन पानी आ रहा. लोग इसकी शिकायत करते हैं और अधिकारियों को फोन करते ,लेकिन पानी नही मिल रहा है. कई जगह रात को पानी छोड़ा जाता है. शहर में पानी की कमी कमी नहीं है ,लेकिन सही तरीके से वितरित नही किया जा रहा है.

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पानी की समस्या से छुटकारा नहीं मिला:कांग्रेस पार्षद दिवाकर ने कहा कि भाजपा शासित नगर निगम के 5 साल का कार्यकाल पूरा हो गया,लेकिन कई समस्याएं हैं जिनसे छुटकारा नहीं मिला.शहर में पानी की गंभीर समस्या है. 2018 में पानी के संकट को देखते हुए निजी कंपनी जल निगम बनाया गया ,लेकिन वह भी इस समस्या से छुटकारा नहीं दिला पाए पाया. हर बार पानी की समस्या को लेकर कई बार सदन में मामला उठाया गया तो जल निगम ने आश्वासन दिया की पानी का कोई संकट नहीं, लेकिन 2018 में पानी का संकट पैदा हुआ था और फिर वही स्तिथि बन गई. 5 साल में नगर निगम पानी की समस्या से छुटकारा नहीं दिला पाया.वहीं, पार्षद इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आज जगह -जगह पर उद्घाटन किए जा रहे, लेकिन जो पानी की समस्या खत्म नहीं हुई.

शिमला नगर निगम की बैठक

मोमेंटो देकर सम्मानित किया:शिमला नगर निगम के 5 साल पूरा होने पर नगर निगम के आयुक्त आशीष ने सभी पार्षदों के सहयोग के लिए आभार जताया. इस दौरान सभी पार्षदों को महापौर सत्या कौंडल ने मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया.

जल निगम ने किया हेल्पलाइन जारी:जल निगम पेयजल परियोजनाओं में पानी का जल स्तर गिरने और बिजली की मुख्य लाइन पर पेड़ गिरने की वजह पानी संकट को लेकर बता रहा है. पानी की समस्या से निपटने के लिए जल निगम ने पानी के टैंकरों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। 0177-2658916 नंबर पर कॉल करके लोग पानी का टैंकर मंगवा सकते हैं।

मंडी से शिमला पानी संकट पर कांग्रेस का निशाना:शिमला बूंद-बंद को तरस रहा है. प्रदेश की राजधानी शिमला में जनता पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रही हैं. यह बात कांग्रेस कमेटी मीडिया और सोशल मीडिया समिति के प्रदेश अध्यक्ष आश्रय शर्मा ने मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि शिमला में इस समय टूरिस्ट सीजन चला हुआ और यहां पर जनता सहित होटल मालिकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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