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गुप्त नवरात्रि शुरू: विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में श्रद्धालुओं का तांता

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Published : Feb 2, 2022, 5:17 PM IST

Updated : Feb 2, 2022, 5:50 PM IST

बुधवार से माघ-मास के शुक्ल पक्ष के गुप्त नवरात्रि की शुरुआत (Gupt Navratri 2022) हो गई है. जिसके तहत विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी (Shaktipeeth Shri Naina Devi) में गुप्त नवरात्रि का आगाज मंत्रोच्चारण और आरती के साथ किया गया. वहीं, गुप्त नवरात्रि के पहले दिन काफी संख्या में लोगों ने माता के दर्शन किए.

Gupt Navratri in Naina Devi
नैना देवी में गुप्त नवरात्रि

बिलासपुर:हिंदी पंचांग के अनुसार साल में 4 नवरात्रि मनाई जाती (Gupt Navratri 2022) है. इसी के तहत आज बुधवार से माघ मास के शुक्ल पक्ष के गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. इसी के तहत हिमाचल के बिलासपुर स्थित विश्वविख्यात शक्तिपीठ (Shaktipeeth Shri Naina Devi) श्री नैना देवी में भी गुप्त नवरात्रि पर मंत्रोच्चारण आरती के साथ माता की पूजा-अराधना की गई.

गुप्त नवरात्रि के उपलक्ष्य पर अब अगले 9 दिनों तक पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली और अन्य प्रदेशों से श्रद्धालु नवरात्र पूजन के लिए मां के दरबार (Gupt Navratri in Naina Devi) पहुंचेंगे. बुधवार को भी नवरात्रि शुरू होते ही श्रद्धालुओं ने जहां मंदिर में हवन यज्ञ किया, वहीं पर कन्या पूजन किया और अपने घर परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की.

गुप्त नवरात्रि को मौके पर श्री नैना देवी पहुंचे श्रद्धालु.

बता दें, हिमाचल के शक्तिपीठों पर वर्ष भर में चार नवरात्रि मनाई जाती हैं. प्रथम माघ महीने में मनाई जाती है, जिसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है. दूसरी चैत्र महीने में मनाई जाती है, जिसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है. तीसरी आषाढ़ महीने में मनाई जाती है, जिसे गुप्त नवरात्रि ही कहा जाता है. वहीं, चौथी और अंतिम अश्विन महीने में मनाई जाती है, जिसे अश्विन नवरात्रि कहा जाता है.

इस अवसर पर पुजारी दीपक भूषण ने बताया कि गुप्त नवरात्रि के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में प्रदर्शनों के लिए पहुंचते हैं और गुप्त नवरात्रि के दौरान ज्यादातर तंत्र पूजन किया जाता है. स्थानीय पुजारी वर्ग के द्वारा गुप्त नवरात्रि के दौरान पूजा अर्चना शुरू की गई है जो कि 9 दिन तक चलेगी और नवमी के दिन पूर्ण आहुति पड़ेगी.

पुजारी ने कहा कि यहां पूजा-अर्चना विश्व कल्याण के लिए और कोरोना महामारी के निवारण के लिए भी की जाती है. वहीं, सुरक्षा कर्मचारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं को लाइनों में माता के दर्शनों के लिए भेजा जाता है और कोरोना के पालनों का भी पूरा ध्यान रखा जाता है.

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Last Updated :Feb 2, 2022, 5:50 PM IST

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