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रोहतक में सरपंचों की रैली: 7 दिन का दिया अल्टीमेटम, अमित शाह और सीएम के कार्यक्रम का करेंगे विरोध

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Published : Jan 28, 2023, 5:40 PM IST

Updated : Jan 28, 2023, 5:49 PM IST

हरियाणा में ई टें​डरिंग और राइट टू रिकॉल का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है. सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के बैनर तले प्रदेश के सरपंच सरकार से इन्हें वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं. नाराज सरपंचों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सीएम मनोहर लाल के कार्यक्रमों का विरोध करने का निर्णय लिया है.

E tendering system in Haryana Sarpanch Association Haryana Jasia village rally in Rohtak
हरियाणा में ई टेंडरिंग का विरोध

रोहतक में सरपंचों की रैली: 7 दिन का दिया अल्टीमेटम, अमित शाह और सीएम के कार्यक्रम का करेंगे विरोध

रोहतक:हरियाणा में ई टेंडरिंग प्रणाली का विरोध कर रहे हरियाणा के सरपंचों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है. सरपंचों ने हरियाणा सरकार को एक सप्ताह में इस बारे में ठोस निर्णय करने को कहा है. इसके साथ ही सरपंचों ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे रविवार को प्रदेश में सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक रोड जाम कर इसका विरोध करेंगे. सरपंच गोहाना में होने वाली केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली का भी विरोध करेंगे. मुख्यमंत्री के नरवाना आगमन पर सीएम का भी विरोध किया जाएगा.

रोहतक में हरियाणा के सरपंचों ने रैली की

रोहतक में सरपंचों की रैली: रोहतक के जसिया गांव स्थित छोटूराम धाम में हुई सरपंचों की प्रदेश स्तरीय रैली में शनिवार को इस बारे में निर्णय लिया गया. इस बैठक की अध्यक्षता सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष रणबीर सिंह ने की. बैठक में अब तक हुए आंदोलन की समीक्षा भी की गई. दरअसल, ई टेंडरिंग प्रणाली व राइट टू रिकॉल के विरोध में प्रदेश के सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर बीडीपीओ ऑफिस के बाहर कई दिन से धरना दिया जा रहा है.

रैली में हरियाणा भर से बुजुर्ग और जवान शामिल हुए

3 दिन पहले करनाल में सरपंच एसोसिएशन हरियाणा की बैठक में तय हुआ था कि आगामी रणनीति बनाने के लिए जसिया में प्रदेश स्तरीय रैली होगी. सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष रणबीर सिंह ने ई टेंडरिंग प्रणाली को प्रदेश के गांवों के विकास में बाधा बताया है. उन्होंने कहा कि पहले ही 2 साल देरी से गांवों में सरपंच के चुनाव हुए हैं और अब सरकार ई टेंडरिंग प्रणाली के जरिए विकास कार्य रोकना चाहती है. जिसे सरंपच किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे.

सरपंचों की रैली में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया

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उन्होंने कहा कि अपनी मांग को लेकर सभी सरपंच एकजुट हैं और जब तक सरकार मांग नहीं मान लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. एसोसिएशन ने सरकार को एक सप्ताह का समय दिया है. अगर इस दौरान सरकार ने उनकी मांग नहीं मानती है, तो फिर बैठक कर आगामी आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी. सरपंचों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे पंचकूला भी कूच करेंगे.

सरपंचों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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क्या सरपंचों में पड़ रही फूट? इस रैली को समर्थन देने के लिए आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद भी पहुंचे. उधर, जसिया गांव की पंचायत व ग्रामीणों ने इस रैली से किनारा कर लिया था. जसिया के सरपंच ओमप्रकाश हुड्डा ने एक दिन पहले ही यह ऐलान कर दिया गया था कि वे इस रैली शिरकत नहीं करेंगे. रैली के आयोजन को लेकर सरपंच एसोसिएशन ने उनसे कोई चर्चा नहीं की थी. हुड्डा का कहना है कि सिर्फ एक गुट विशेष की ओर से जसिया गांव को बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है. यह उस गुट विशेष का ही फैसला था कि जसिया के छोटूराम धाम में रैली की गई.

Last Updated : Jan 28, 2023, 5:49 PM IST

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