पानीपत: दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान भीषण ठंड के बीच बेमौसम बरसात को भी झेल रहे हैं, लेकिन किसानों की कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही. इसी के चलते किसानों की मांगे नहीं मानने के कारण समालखा से पूर्व विधायक भरत सिंह छोकर ने अपने निवास स्थान पर प्रेस वार्ता कर भाजपा पार्टी छोड़ने का ऐलान किया.
'कृषि कानूनों की वजह से छोड़ी पार्टी'
पूर्व विधायक ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों के ऊपर तीन काले कानून थोपकर बेहद ही गलत किया है जिसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं, लेकिन दूसरी और किसान शांतिपूर्ण तरीके से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं उसके बावजूद भी सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं है.
पूर्व विधायक भरत सिंह छोकर ने किया बीजेपी छोड़ने का ऐलान, देखिए वीडियो 'सरकार व्यापारियों का समर्थन कर रही है'
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ मजाक कर रही है और काले कानूनों को उन पर थोपा जा रहा है. सरकार बड़े-बड़े व्यापारियों का समर्थन कर रही है और जो भंडारण की नीति दी गयी. इससे खुलेआम कालाबाजारी करने का मौका दिया जा रहा है. वही उन्होंने कहा कि वह हमेशा किसानों के साथ है.
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जहां किसानों की तरफ से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते हुए 40 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. वहीं अब भाजपा के नेता भी भारतीय जनता पार्टी से नाराज होने लगे हैं और उनकी नाराजगी बाहर आने लगी है. ऐसे में पानीपत हल्का के समालखा से पूर्व विधायक भरत सिंह छोकर ने पार्टी से नाराज होकर किसानों का समर्थन करते हुए भाजपा पार्टी छोड़ने का ऐलान किया. बता दें कि भरत सिंह छोक्कर 2005 में कांग्रेस पार्टी से समालखा विधायक थे. जो लंबे समय से भाजपा पार्टी में शामिल थे.