महेंद्रगढ़: नांगल चौधरी के कमानिया गांव का वीर सपूत निशिपाल यादव माउंट एवरेस्ट (mount everest) को फतेह करने निकला था, लेकिन मौसम खराब होने के चलते माउंट एवरेस्ट से 1400 मीटर की दूरी से उसे वापस आना पड़ा. निशिपाल यादव सीआरपीएफ में एएसआई के पद पर कार्यरत है और उसे सेना ने ही वापस आने के निर्देश दिए.
बता दें कि निशिपाल यादव का जन्म महेंद्रगढ़ के कमानिया गांव में हुआ था. बचपन से ही निशिपाल यादव सेना में अपनी सेवाएं देना चाहता था. साथ ही कुछ अलग करने की चाह ने उसे पर्वतारोही बना दिया. निशिपाल यादव ने माउंट एवरेस्ट को फतेह करने की ठानी, लेकिन उसके सपने के आगे खराब मौसम आ गया.
मौसम की मार ने फेरा सपनों पर पानी!
मौसम की मार से निशिपाल अपने सपने को अभी पूरा ना कर सका. सेना ने उसे माउंट एवरेस्ट की 1400 मीटर की दूरी से वापस बुला लिया. अब सैनिक ने गांव के लोगों को फोन किया और कहा कि कोई निराश ना हो, वो दोबारा से माउंट एवरेस्ट को फतेह करने की कोशिश करेगा.
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ते निशिपाल यादव. ये भी पढे़ं-महिला दिवस पर पर्वतारोही अनीता कुंडू से खास बातचीत
निशिपाल यादव को स्थानीय विधायक ने भी बधाई दी. विधायक ने निशिपाल को फोन कर कहा कि वो मेहनत जारी रखे और हार ना माने. पूरे क्षेत्र का आशीर्वाद उसके साथ है. बता दें, एएसआई निशिपाल यादव इससे पहले 7075 मीटर की ऊंचाई पर हनुमान टीबा (Hanuman Tibba) और डियो टीबा नेपाल को फतेह कर चुका है.
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