हरियाणा

haryana

वर्क फ्रॉम होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, साइबर थाना एनआईटी ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

By

Published : Dec 29, 2022, 9:45 PM IST

वर्क फ्रॉम होम का लालच देकर देशभर में साइबर ठगी की 1784 वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का साइबर थाना एनआईटी ने पर्दाफाश किया है. इस मामले में साइबर थाना एनआईटी की टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 14 मोबाइल, 13 सिम कार्ड सहित 64,000 रुपये बरामद किए गए हैं. पुलिस की टीम आरोपियों से पूछाताछ में जुटी है. पढ़ें पूरी खबर... (Fraud in the name of work from home)

Fraud gang busted in the name of work from home
साइबर थाना एनआईटी ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

फरीदाबाद: आजकल के डिजिटल युग में हर कोई घर बैठे ऑनलाइन पैसा कमाना चाहता है, क्योंकि यह पैसे कमाने का एक आसान जरिया है. बहुत सारे ऐसे कार्य हैं जो जिसको घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से पूरा करके पैसे कमाए जा सकते हैं, लेकिन कुछ साइबर ठग इसका गलत फायदा उठाकर भोले-भाले लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं. इसी प्रकार की वारदात को अंजाम देते हुए आरोपियों ने फरीदाबाद की एक महिला के साथ 1,27,000 हजार रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. (Fraud gang busted in the name of work from home)

साइबर थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की टीम ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस मामले में अभी दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम प्रभात और ओमप्रकाश है. दोनों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं और फिलहाल दिल्ली के रोहिणी एरिया में रह रहे थे. आरोपी प्रभात इस गिरोह का मुख्य आरोपी है जो रोहिणी एरिया में अपना कॉल सेंटर चलाता था. आरोपी घर बैठे पैसे कमाने का लालच देकर लोगों को साइबर ठगी के जाल में फंसाते थे. महिला ने इसकी शिकायत साइबर थाने में दी जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई.

आरोपियों को पकड़ने के लिए इंस्पेक्टर बसंत के नेतृत्व में साइबर टीम का गठन किया गया, जिसमें उप निरीक्षक अर्जुन, एसआई भूपेंद्रे, नीरज, नरेंद्र, प्रधान सिपाही वीरपाल, महिला सिपाही प्रीति, सिपाही अमित और अंशुल का नाम शामिल था. साइबर टीम ने तकनीकी की सहायता से कड़ी मशक्कत करते हुए उक्त आरोपियों को दिल्ली एनसीआर एरिया से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी फेसबुक पर वर्क फ्रॉम होम करने के लिए विज्ञापन डालते हैं और उस पर अपना व्हाट्सऐप नंबर देकर उस पर संपर्क करने के लिए कहते हैं. (work from home ad on facebook)

विज्ञापन को देखकर किसी भी व्यक्ति के मन में घर बैठे पैसे कमाने का लालच आ सकता है. इसी लालच में फंसकर जब व्यक्ति दिए गए नंबर पर संपर्क करता है तो आरोपी उसे महंगे-महंगे सपने दिखाते हैं और घर बैठे हर महीने हजारों रुपए कमाने का लालच देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं. इसके बाद वह रजिस्ट्रेशन फीस, ईसीएस चार्ज, जीएसटी, कुरियर चार्ज, इंश्योरेंस आदि के नाम पर बार-बार पैसे ऐंठते रहते हैं. आरोपियों ने इसी तरह फरीदाबाद की रहने वाली महिला के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. आरोपियों के कब्जे से 14 मोबाइल फोन, 13 सिम कार्ड और 64,000 रुपये बरामद किए हैं. (Cyber fraud in Faridabad)

तकनीकी की सहायता से पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने पूरे देश में इस प्रकार साइबर ठगी की 1784 वारदातों को अंजाम दिया है, जिसमें हरियाणा की 59 वारदातें शामिल हैं. इसके अलावा इसमें उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 563, राजस्थान में 212, तेलंगाना 141, दिल्ली 138, महाराष्ट्र और गुजरात की 101 मुख्य वारदातें शामिल हैं. पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है. फिलहाल मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. (Cyber Crime in Faridabad)

ये भी पढ़ें:हरियाणा का 'जामताड़ा' बन रहा मेवात, नूंह साइबर पुलिस ने तैयार की कुख्यात साइबर अपराधियों की सूची

ABOUT THE AUTHOR

...view details