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भारत के विकास में छोटे राज्य हरियाणा का बड़ा योगदान, खेत से लेकर खेलों तक बोलबाला

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Published : Jan 25, 2022, 5:50 PM IST

Updated : Jan 25, 2022, 8:11 PM IST

26 जनवरी को भारत 73वां गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) मनाने जा रहा है. आजादी के बाद से देश ने अलग-अलग क्षेत्रों में काफी तरक्की की है. जहां तक हरियाणा की बात है तो देश के विकास में छोटे से राज्य हरियाणा की बेहद बड़ी भूमिका अहम रही है. खेती से लेकर खेल, ऑटो सेक्टर से लेकर आईटी सेक्टर तक, हर क्षेत्र में हरियाणा ने डंका बजाया है.

Haryana contribution in India development
Republic Day 2022

चंडीगढ़:26 जनवरी 2022 को भारत 73वां गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) मनाने जा रहा है. पूरे भारत में गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. दिल्ली के राजपथ पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन होता है. आजादी के बाद से देश ने अलग-अलग क्षेत्रों में काफी तरक्की की है. जहां तक हरियाणा की बात है तो देश के विकास में हरियाणा में की भूमिका (Haryana contribution in India development) अभूतपूर्व रही है. देश की तरक्की में हरियाणा का अहम योगदान रहा है. इसके बारे में हमने अर्थशास्त्री डॉ. बिमल अंजुम से बात की. जिसमें उन्होंने बताया कि हरियाणा में एक या दो नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में देश के विकास में योगदान दिया है.

ऑटो सेक्टर में हरियाणा का बड़ा योगदान

उदाहरण के लिए देश भर में हर साल कुल बिकने वाली कारों में दो तिहाई कारों का निर्माण सिर्फ हरियाणा में होता है, जो एक बहुत बड़ा आंकड़ा है. भारत एक कृषि प्रधान देश है इसलिए यहां पर ट्रैक्टर जैसे कृषि उपकरणों की बहुत मांग है. पूरे देश में हर साल जितने ट्रैक्टर बिकते हैं उनमें से 50 फीसदी ट्रैक्टरों का निर्माण हरियाणा में होता है. इसके अलावा अगर दुपहिया वाहनों की बात की जाए तो देश भर में बिकने वाले दुपहिया वाहनों में से 60 फीसदी वाहन हरियाणा बना कर देता है. इसका सीधा अर्थ यह है कि ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री में जितना योगदान हरियाणा का है उतना शायद किसी अन्य राज्य का ना हो.

सुनिए क्या कहना है अर्थशास्त्री डॉ. बिमल अंजुम का

हरियाणा में आईटी क्षेत्र की 400 से ज्यादा कंपनियां

वहीं अगर आईटी सेक्टर की बात की जाए तो उसमें भी हरियाणा का बड़ा योगदान है क्योंकि आज तक आईटी सेक्टर को लेकर पुणे और बेंगलुरु जैसे शहरों का नाम आता था, लेकिन अब हरियाणा इसमें तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस समय हरियाणा में आईटी क्षेत्र की 400 से ज्यादा कंपनियां काम कर रही हैं. खासतौर पर गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे इलाकों में आईटी सेक्टर काफी आगे बढ़ चुका है.

हरियाणा के गुरुग्राम जिले में स्थित मारुति का प्लांट

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अगर अर्थव्यवस्था की बात की जाए तो देश की कुल जीडीपी में हरियाणा का हिस्सा 3.5 से 4% तक है, जो बड़ी बात है. निर्यात क्षेत्रों में भी हरियाणा काफी आगे है. उदाहरण के लिए भारत से हर साल बड़ी मात्रा में बासमती चावल का निर्यात किया जाता है. जिसमें सबसे ज्यादा निर्यात हरियाणा से किया जाता है. एफडीआई में भी हरियाणा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. कोविड काल में भी करीब दो हजार करोड़ के निवेश के लिए हरियाणा को ही चुना गया था. यहां पर निवेश करना आसान है. इसलिए ज्यादातर कंपनियां यहां पर आना पसंद करती हैं. वहीं हरियाणा की बेटियां भी देश का नाम रोशन कर रही हैं. इनमें साल 2017 में हरियाणा की मानुषी छिल्लर ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीतकर पूरी दुनिया में देश का नाम चमकाया था.

हरियाणा की बेटी मानुषी छिल्लर 2017 में मिस वर्ल्ड बनी थीं

खेती के क्षेत्र में हरियाणा की कोई बराबर नहीं

हरियाणा का 60% हिस्सा इस वक्त एनसीआर के अंतर्गत आता है. जिस तरह से हरियाणा के एनसीआर के अंतर्गत आने वाले हिस्से में अन्य जिलों ने मिलकर काम किया है वह सराहनीय है. हरियाणा खुद की तरक्की की राह पर भी बढ़ रहा है और देश को भी तरक्की दे रहा है. डॉ. बिमल अंजुम ने कहा कि खेती के क्षेत्र में तो हरियाणा की कोई बराबर नहीं है. देश में ज्यादातर किसान गेहूं और चावल की खेती सबसे ज्यादा करते हैं, लेकिन हरियाणा में इन दोनों फसलों के अलावा अब दूसरी फसलों की खेती भी हो रही है. हरियाणा में दालें, चना, गन्ना, कपास, सरसों आदि की खेती भी की जाती है. जिसमें हरियाणा बहुत अच्छा काम कर रहा है. हरियाणा की एक खास बात रही है कि देश को जब भी जिन चीजों की जरूरत पड़ी है. हरियाणा में उसके अनुसार उन चीजों की खेती कर देश को मुहैया करवाई है.

हरियाणा में अब ड्रैगन फ्रूट की खेती भी हो रही है

खेलों में हरियाणा का बोलबाला

इसके अलावा उन्होंने कहा कि हरियाणा खेलों के मामले में भी देश के अन्य राज्यों से बहुत आगे है. हरियाणा के खिलाड़ियों ने दुनिया भर में देश के नाम को चमकाया है. इसका मुख्य कारण है कि हरियाणा में स्कूल स्तर से ही खेलों की तरफ काफी ध्यान दिया जा रहा है. गांव के बच्चों को खेलों की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं. खेल नर्सरी बनाई जा रही हैं. इसके अलावा हरियाणा सरकार की खेल नीति भी साफ है. जिसके तहत हर प्रतियोगिता के लिए मेडल लाने पर करोड़ों रुपए के ईनाम खिलाड़ियों को दिए जाते हैं. चाहे कॉमनवेल्थ गेम्स हो या ओलंपिक हो, अन्य राज्यों के मुकाबले में सबसे ज्यादा पदक हरियाणा के खिलाड़ी ही जीतते हैं. देश की आबादी में हरियाणा 2 फीसदी है, लेकिन ओलंपिक में सबसे ज्यादा पदक हरियाणा के खिलाड़ी ही लाते हैं. बीते साल भी टोक्यो में हुए ओलंपिक में देश ने 7 मेडल जीते थे जिनमें से 3 मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों ने दिलाए थे. वहीं टोक्यो में देश के लिए एकमात्र गोल्ड मेडल भी हरियाणा के भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने जीता था.

टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले हरियाणा के तीन खिलाड़ी

देश की रक्षा में भी हरियाणा के जवान आगे

खेलों में देश का नाम रोशन करने के साथ-साथ देश की रक्षा में भी हरियाणा का बड़ा योगदान है. हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है और कृषि से जुड़े परिवारों के युवा बड़ी संख्या में सेना में भी जाते हैं. सेना में जाने वाले युवाओं की संख्या की बात करें तो हरियाणा का नाम उन राज्यों में शुमार हैं जहां से सबसे ज्यादा लोग सेना में जाते हैं. जिसका अर्थ है कि आर्थिक तौर पर देश को मजबूत करने के साथ-साथ हरियाणा राज्य देश की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

गुरुग्राम जिला आईटी हब बनकर उभरा है

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Last Updated : Jan 25, 2022, 8:11 PM IST

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