हरियाणा

haryana

सत्र में सरकार को घेरने वाले हुड्डा के बयान पर विज का पलटवार

By

Published : Aug 24, 2020, 10:29 PM IST

गृह मंत्री अनिल विज ने पूर्व सीएम व नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने वाले बयान पर पलटवार किया है.

anil vij replied to bhupinder hooda
anil vij replied to bhupinder hooda

चंडीगढ़: आगामी 26 अगस्त से शुरू हो रहे मानसून सत्र में घोटालों के मुद्दों पर गठबंधन सरकार को घेरने के नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दावे पर गृह मंत्री अनिल विज ने तुरंत पलटवार किया है. विज ने कहा कि ये 'थोथा चना बाजे घना' वाली बात है. कांग्रेस के इन दावों में कोई दम नहीं होता है. विधानसभा में मोर्चे पर पहुंचते ही इनकी हवा निकल जाती है.

पूर्व सीएम हुड्डा पर किया पलटवार

बता दें कि, पूर्व सीएम और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को चंडीगढ़ में कहा था कि कांग्रेस पार्टी विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार के दौरान हुए शराब और धान घोटाले जैसे मुद्दों को जोर शोर से उठाएगी और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा जाएगा. इसी बयान पर अनिल विज ने पलटवार करते हुए कहा कि थोथा चना बाजे घना जैसी बात कांग्रेस पर सिद्ध होती है.

कांग्रेस में मचे घमासान पर दिया बयान

वहीं कांग्रेस नेतृत्व को लेकर मचे घमासान पर अनिल विज कहा कि अब कांग्रेस में नेहरू-गांधी परिवार का करिश्मा समाप्त हो गया है और पार्टी के अंदर उन्हें चुनौती दी जा रही है. कांग्रेस का अब कोई भविष्य नहीं रह गया है.

सुनिए गृह मंत्री अनिल विज का बयान.

गौरतलब है कि कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक से पहले कांग्रेस के कई नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर नेतृत्‍व पर सवाल उठाए गए थे. वहीं इसके बाद राहुल गांधी ने कहा था कि सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले सभी नेताओं की बीजेपी से साठगांठ है. राहुल गांधी के इस बयान के बाद से ही कांग्रेस में भूचाल सा गया है. राहुल के बयान पर वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद उखड़ गए. उन्‍होंने कहा कि अगर मिलीभगत साबित हो गई तो वे इस्‍तीफा दे देंगे.

ये भी पढ़ें-कांग्रेस में केवल कुछ परिवारों के हित होते हैं पूरे: जेपी दलाल

वहीं कपिल सिब्बल भी नाराज दिखे. सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफे की पेशकश की थी. साथ में उस चिट्ठी का जवाब भी दिया जिसमें नेतृत्‍व पर सवाल उठाए गए थे. इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने चिट्ठी की आलोचना की.

ABOUT THE AUTHOR

...view details