क्या खोया, क्या पाया जग में, मिलते और बिछुड़ते मग में, मुझे किसी से नहीं शिकायत, यद्यपि छला, गया पग-पग में... यह शब्द है भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के, जिन्होंने जिंदगी के शोरगुल से कोसों दूर अपने मन की एकांत आवाज को कागजों पर उतारा है. पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने शब्दों के रंगों को बिखेर एकाकी जीवन की कई तस्वीरें बनाई हैं, लेकिन अटल जी की इन कविताओं को सही मायने में जान दी है, एक ऐसी मखमली आवज ने जिसने अपनी गायकी से लाखों लोगों का दिल जीता है. आज के पॅाडकास्ट में मिलिए गजल सम्राट जगजीत सिंह से...
Last Updated :Feb 8, 2022, 1:01 PM IST