दिल्ली

delhi

'बी ह्यूमन काइन्ड' रहेगी इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस की थीम

By

Published : May 8, 2022, 1:38 PM IST

world red cross day 2022, world red cross day 2022 theme, red cross day history, red cross blood bank, blood donation, अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस

दुनिया भर में 8 मई को अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है. इस साल यह दिवस 'बी ह्यूमन काइन्ड' यानी मानव के लिए दयालु भाव रखें थीम पर मनाया जा रहा है.

भोजन की कमी, कुपोषण, प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध तथा महामरियों के दौरान निस्वार्थ भाव से लोगों की देखभाल, उनके स्वास्थ्य लाभ तथा उन्हे जरूरी दवाइयाँ तथा जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए रेडक्रॉस संस्था हमेशा आगे रहती है. यहीं नही इसे दुनियाभर में शांति और सौहार्द का प्रतीक भी माना जाता है.

दुनिया भर में 8 मई को अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस के रूप में मनाया जाता है. गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस, रेडक्रॉस संस्था के संस्थापक तथा पहले शांति नोबल पुरस्कार विजेता हेनरी ड़यूमेंट के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है. हर साल दुनिया भर में रेडक्रॉस तथा उससे जुड़ी संस्थाएं व लोग नए-पुराने उद्देश्यों को लेकर अलग-अलग थीम पर इस दिवस को मनाते हैं . इस साल यह दिवस “बी ह्यूमन काइन्ड” यानी मानव के लिए दयालु भाव रखें थीम पर मनाया जा रहा है. ज्ञात हो कि वर्ल्ड रेड क्रॉस डे को रेड क्रीसेंट दिवस के रूप में भी जाना जाता है.

स्वयंसेवी राहत संस्था है रेडक्रॉस

गौरतलब है कि पहला रेडक्रॉस दिवस 8 मई 1948 को मनाया गया था. इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस 2022 के अवसर पर “इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ द रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज” के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा गया है कि इस साल लोगों को उन सभी स्वयंसेवकों और कर्मचारियों के लिए ताली बजाकर सम्मान तथा सराहना देनी चाहिए जो कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहे हैं. इस ट्वीट में यह भी कहा गया है कि यह सराहना सिर्फ रेड क्रॉस दिवस तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए बल्कि हर रोज होनी चाहिए. गौरतलब है कि परंपरागत रूप से रेडक्रॉस दिवस पर दुनिया भर में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता था. लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण आधिकारिक तौर पर इस तरह का कोई बडा अभियान या आयोजन नही किया जा है.

रेडक्रॉस के सिद्धांत तथा इतिहास

ज्ञात हो कि रेड क्रॉस सोसाइटी सात सिद्धांतों पर कार्य करती है, तटस्थता, मानवता, स्वतंत्रता, स्वैच्छिक, निष्पक्षता, सार्वभौमिकता और एकता. वहीं इस संस्था के कार्यों को चार प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है, आपदाओं की प्रतिक्रिया, आपदाओं के लिए तैयारी और स्वास्थ्य और देखभाल, मानवीय कारणों के सिद्धांतों और मूल्यों को आगे बढ़ाना.

गौरतलब है कि फरवरी, 1863 में जिनेवा पब्लिक वेल्फेयर सोसायटी द्वारा एक कमेटी का गठन किया. जिसमें स्विटजरलैंड के पांच नागरिक शामिल थे और जिसका मुख्य उद्देश्य हेनरी ड़यूमेंट के सुझावों पर चर्चा करना था. इस कमेटी को शुरू में “इंटरनेशनल कमेटी फॉर रिलीफ़ टू द वॉउंडेड” के नाम से जाना गया था, लेकिन बाद में इसका नाम “इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस” हो गया था.

इसके उपरांत अक्टूबर 1863 में कमेटी के ही तत्वावधान में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमें 16 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की थी. इस अवसर पर दुनिया के सभी राष्ट्रों से ऐसे स्वैच्छिक संगठनों की स्थापना की अपील की गई थी , जो युद्ध के समय बीमार और जख्मी लोगों की देखभाल कर सकें. इन यूनिटों को नेशनल रेडक्रॉस सोसायटीज के नाम से जाना गया. इस सम्मेलन में इसके अतिरिक्त भी कई उपयुक्त प्रस्तावों और सिद्धांतों को अपनाया गया था साथ ही कमेटी के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतीक चिह्न का भी चयन किया गया था. शुरुआत में इस संस्था का मुख्य उद्देश्य हिंसा और युद्ध में पीड़ित लोगों एवं युद्धबंदियों की देखभाल तथा उनका पुनर्वास था.

गौरतलब है की रेडक्रॉस संस्था का मुख्यालय जेनेवा, स्विटजरलैंड में है. सिर्फ भारत की बात करें तो पूरे देश में भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी की 700 से अधिक शाखाओं का नेटवर्क फैला है, जो आपदा और आपातकाल में राहत प्रदान करता है और कमजोर लोगों और समुदायों के स्वास्थ्य और देखभाल को बढ़ावा देता है.

वर्तमान में विश्व के कुल 210 देश रेड क्रॉस सोसाइटी से जुड़े हुए हैं.

रेडक्रॉस ब्लड बैंक

गौरतलब है कि रेडक्रॉस सोसायटी रक्तदान के क्षेत्र में प्रमुखता से कार्य करती है. संस्था द्वारा दुनिया भर में समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया जाता है और लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक तथा प्रेरित किया जाता है. इसके अलावा इस संस्था द्वारा दुनिया भर में लोगों को कैंसर, एनीमिया, थैलीसीमिया जैसी जानलेवा बीमारियों के बारें में तथा उनसे बचाव के तरीके के बारे में भी जागरूक किया जाता है.

पढ़ें:दुर्लभ रक्त विकार है हीमोफीलिया

ABOUT THE AUTHOR

...view details