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दो साल बाद निकाली गई पालकी साहब की यात्रा

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Published : Jan 2, 2023, 4:47 PM IST

कोरोना की वजह से 2 साल के बाद सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व मनाया गया. प्रकाश पर्व की खुशी में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने संगतों के सहयोग से गुरुरद्वारा रकाबगंज साहिब से पांच प्यारों की अगुवाई और श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की क्षत्रछाया में नगर कीर्तन निकाला. देर रात रात पालकी साहब की यात्रा फतेह नगर गुरुद्वारा पहुंची.

निकाली गई पालकी साहब की यात्रा
निकाली गई पालकी साहब की यात्रा

निकाली गई पालकी साहब की यात्रा

नई दिल्ली: सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व की खुशी में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने संगतों के सहयोग से गुरुरद्वारा रकाबगंज साहिब से पांच प्यारों की अगुवाई और श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की क्षत्रछाया में नगर कीर्तन निकाला.

हर साल ये नगर कीर्तन रकाब गंज गुरूद्वारे से शुरू होकर हरी नगर स्थित फतेह नगर गुरूद्वारे तक आती है. नगर कीर्तन मोती नगर, रमेश नगर, राजा गार्डन, राजौरी गार्डन, टैगोर गार्डन, सुभाष नगर, तिलक नगर, जेल रोड, हरि नगर होते हुए देर रात फतेह नगर गुरुद्वारे तक पहुंचा. इस बीच रास्ते भर जगह-जगह संगत पालकी साहब पर मत्था टेकने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे और फूल मालाओं से स्वागत कर रहे थे. वहीं पालकी साहब के आगे आगे काफी संख्या में महिलाएं और पुरुष हाथ मे झाड़ू लेकर पालकी साहब के आने के रास्ते पर सफाईं कर रहे थे. साथ ही पालकी साहब के आगे और पीछे बैंड-बाजा के साथ नगर कीर्तन में लोग शामिल हुए. वहीं इस दौरान जगह-जगह स्टॉल लगाकर लंगर लगाए गए थे, जिसमे खाने की अलग अलग वेरायटीज का इंतजाम था और बड़ी संख्या में लोग लंगर छक रहे थे. इस बीच पूरे रास्ते दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ एडिशनल फोर्स भी लगाई गई थी.

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संगत का कहना है कि कोरोना के कारण 2 साल तक पालकी साहब की यात्रा नहीं निकाली गई, लेकिन इस बार यात्रा शुरू होने से संगतो में बेहद खुशी का माहौल है. साथ ही वे यह अरदास कर रहे हैं कि फिर जो करुणा का माहौल बन रहा है वह दौर ना लौटे. संगत का यह भी कहना है साल का पहला दिन होने के बावजूद संगतो की काफी संख्या पालकी साहब के दर्शन करने घर से बाहर निकली है. यहां सिर्फ खाने-पीने के लंगर नहीं बल्कि गुरु गोविंद सिंह जी महाराज और उनके परिवार की कुर्बानी और धर्म के लिए किए गए कार्यों के बारे में जानकारी देने के लिए तरह-तरह के स्टाल लगाए गए हैं.

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