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दिल्ली में नाले से बरामद कंकाल यूपी पुलिस की सब-इंस्पेक्टर मोनिका का ही, DNA प्रोफाइलिंग की रिपोर्ट से हुआ साफ

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 23, 2023, 3:22 PM IST

Updated : Dec 23, 2023, 5:20 PM IST

Monica Yadav death case: दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस की महिला सब इंस्पेक्टर मोनिका यादव की हत्या के मामले में एक अहम खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिल्ली के बुराड़ी थाना इलाके के नाले से बरामद कंकाल मोनिका का ही है

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नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली के बुराड़ी थाना इलाके के नाले से बरामद गया गया कंकाल उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला सब इंस्पेक्टर मोनिका यादव का निकला है. मोनिका पहले दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थीं. यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर की जॉब मिलने के बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी. उसके बाद वह UPSC की तैयारी कर रही थीं. क्राइम ब्रांच को मिली DNA प्रोफाइलिंग की रिपोर्ट से यह साफ हुआ है कि बरामद कंकाल मोनिका यादव का ही था, जिसका DNA की मिलान उनकी मां से हो गया.

दिल्ली पुलिस ने लोधी कॉलोनी स्थित सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की स्पेशल फाेरेसिंक लैब ( सीएफएसएल ) से मोनिका यादव के कंकाल का डीएनए जांच कराया था. पुलिस ने सैंपल के लिए मोनिका यादव की मां का डीएनए भेजा था. क्राइम ब्रांच के स्पेशल पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव ने मीडिया से सीएफएसएल से डीएनए रिपोर्ट मिलने और डीएनए का मोनिका यादव की मां के डीएनए से मैच होने की पुष्टि की है. दिल्ली पुलिस अब जल्द ही इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल करने जा रही है.

दिल्ली पुलिस के अनुसार मोनिका यादव की मां का डीएनए सैंपल मिलान के लिए विशेष तरह का डीएनए जांच माइटोकॉन्ड्रिया कराया गया था. पुलिस को दो दिन पहले रिपोर्ट मिल गई है. पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपी सुरेंद सिंह राणा और उसके साले के आवाज के सैंपल भी ले लिए हैं. पुलिस मोनिका के जीजा के भी आवाज का सैंपल लेगी, क्योंकि आरोपी सुरेंद्र सिंह राणा ने मोनिका के जीजा से भी बात की थी.

गौरतलब है की दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल रहीं और यूपी पुलिस की सब इंस्पेक्टर मोनिका यादव की दिल्ली पुलिस में तैनात रहे उनके सहयोगी सुरेंद्र सिंह राणा ने दो साल पहले मर्डर कर दिया था. राणा मोनिका के परिवार को धोखे में रखकर यह बताता रहा कि मोनिका जिंदा है. क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले का खुलासा करते हुए इसी साल 2 अक्तूबर को दिल्ली पुलिस के आरोपी कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह राणा (42) को गिरफ्तार किया था. बाद में सुरेंद्र के साले रोबिन और उसके एक दोस्त को भी गिरफ्तार किया था.

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पुलिस के अनुसार राणा ने मोनिका (28 साल) की गला घोंटकर हत्या कर दी और बॉडी को दिल्ली के बुराड़ी इलाके में नाले में फेंक दिया था. राणा की तैनाती दिल्ली पुलिस के पीसीआर यूनिट में थी. उसकी दोस्ती मोनिका से हो गई थी, जिस पर वह अपना हक जताने लग गया था. लेकिन मोनिका उससे अपना पीछा छुड़ाना चाहती थी. आरोपी राणा मोनिका को अपने घर ले जाने के बहाने बुराड़ी पुस्ता ले गया और वहां उसका मर्डर कर शव को नाले में फेंक दिया.

दो साल तक राणा ने झूठ का ऐसा जाल बुना कि परिवार को भनक तक नहीं लग सकी. मोनिका के परिवार को लगता रहा की उसकी बेटी जिंदा है. पुलिस के अनुसार मोनिका ने 2014 में कॉन्स्टेबल के पोस्ट पर दिल्ली पुलिस जॉइन किया था. वह 2018 में सुरेंद्र राणा के संपर्क में आई थी. दोनों की पोस्टिंग पुलिस कंट्रोल रूम में थी, दोनों में धीरे-धीरे दोस्ती हो गई.

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2020 में मोनिका ने यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर का एग्जाम निकाल लिया. फिर उसने दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ दी. उसके बाद वह मुखर्जी नगर के एक पीजी में रहकर यूपीएससी की तैयारी करने लगी. राणा उसकी मदद कर रहा था. दोनों की दोस्ती बढ़ गई और राणा उसके घर के कई फंक्शन में गया. राणा मोनिका पर साथ रहने का दबाव बनाने लगा लेकिन मोनिका ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया.

उसके बाद 8 सितंबर 2021 को दोनो में झगड़ा हुआ. राणा ने मोनिका को मारने की प्लान बना लिया. वह उसे बुराड़ी पुस्ता ले गया और उसे गला घोंट कर मार डाला. 20 अक्टूबर 2021 को मुखर्जी नगर थाने में मोनिका के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई. लेकिन मोनिका का कुछ पता नहीं लग सका क्योंकि राणा पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा. फिर मोनिका की बहन पुलिस कमिश्नर से मिली. 12 अप्रैल 2023 को FIR दर्ज हुई. जुलाई में मामला क्राइम ब्रांच के पास ट्रांसफर हुआ.

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खुलासा हुआ की राणा ने अपने साले रोबिन को प्लान का हिस्सा बनाया था. रोबिन ने सबको बताया कि मोनिका उसके साथ भाग गई है और वे दोनों सेफ हैं. राणा लगातार परिवार के संपर्क में रहा और झूठी कहानी बताता रहा. संदिग्ध ने परिवार को गुमराह करने के लिए मोनिका की पुरानी रिकॉर्डिंग सुनाईं. मोनिका के डॉक्यूमेंट्स यूज करते हुए राणा कई महिलाओं को अलग -अलग होटल में ले गया जिससे लगे कि वह वहां गई थी.

वह मोनिका का बैंक अकाउंट चलाता रहा. हेलमेट लगाकर एटीएम से पैसे निकालने जाता. राणा ने मोनिका यादव का फर्जी कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट भी बनवा रखा था. क्राइम ब्रांच ने रिवर्स में जांच शुरू की. मोनिका के परिवार को जिन नंबर्स से कॉल आते थे. उनकी डिटेल्स निकाली. पुलिस ने पहले एक राजपाल को पकड़ा जिसने रोबिन को एक फर्जी सिम बेचा था. फिर पुलिस रोबिन तक पहुंची.

उसने राणा का नाम लिया. राणा से पूछताछ हुई तो उसने सब उगल दिया फिर पुलिस को उस जगह पर ले गया जहां मोनिका की लाश फेंकी थी. पुलिस ने नाले से कंकाल बरामद किया. इस तरह क्राइम ब्रांच की टीम ने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा किया.

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Last Updated : Dec 23, 2023, 5:20 PM IST

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