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बाल मजदूरी के विरोध में निकाली गई जागरूकता रैली

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Published : Sep 21, 2021, 9:56 AM IST

CHILD LABOUR
जागरूकता रैली

5 साल से 14 साल तक के बच्चों से काम करवाना बाल मजदूरी में आता है जो कानून अपराध है. भले ही देश में बाल मजदूरी को लेकर कई कानून बनाए गये हैं लेकिन उसके बाद भी बाल मजदूरी बदस्तूर जारी है. बाल मजदूरी को लेकर देशभर में समय-समय पर जागरूकता रैलियां निकाली जाती हैं. इसी कड़ी में सोमवार को दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में जागरूकता रैली निकाली गई.

नई दिल्ली:'बाल मजदूरी व्यापार है और बचपन में खेलना एक अधिकार है' के नारे के साथ बाल मजदूरी के खिलाफ दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में जागरूकता रैली निकाली गई. इस जागरूकता रैली में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया. रैली में तमाम पोस्टर और बैनर के माध्यम से मजदूरों और फैक्ट्री संचालकों को बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक करने का काम किया.

दिल्ली के बड़े इंडस्ट्रियल इलाकों में से एक बवाना औद्योगिक क्षेत्र में उत्तर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण (North District Legal Services Authority) द्वारा डीएवी ऐजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी (DAV Educational And Welfare Society) के सहयोग से बाल मजदूरी और मजदूर अधिकार जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया गया.

जागरूकता रैली

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इस जागरूकता रैली में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया और तमाम बैनर और पोस्टर के माध्यम से लोगों तक संदेश पहुंचाने का काम किया. जागरूकता रैली के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों और फैक्ट्री संचालकों को बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया. डीएवी ऐजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी (DAV Educational And Welfare Society) से जुड़े पदाधिकारी ने बताया कि बाल मजदूरी अपराध है और इसी को लेकर हम जगह-जगह जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. ताकि बच्चों को मेहनत मजदूरी से दूर कर उन्हें शिक्षा और मौलिक अधिकारों से जोड़ा जा सके.

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बहरहाल आज देश में कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा बाल मजदूरी के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में इस जागरूकता रैली निकाली गई ताकि इस संबंध में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सके. लिहाज़ा देखना लाज़मी होगा कि इस तरह का अभियान कितना कारगर साबित होता है.

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