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मानसून में फिर पानी-पानी होगी दिल्ली, निगम ने कहा नालों की सफाई जारी

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Published : May 18, 2021, 2:03 PM IST

Updated : May 18, 2021, 9:47 PM IST

दिल्ली वासियों को इस बार मानसून के मौसम में जलभराव की समस्या का न सिर्फ एक बार फिर सामना करना पड़ सकता है. बल्कि राजधानी दिल्ली में जगह-जगह जलभराव की तस्वीरें भी देखने को मिल सकती है. हालांकि दिल्ली नगर निगम के द्वारा लगातार नालों की सफाई को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं. इस बीच PWD के नालों की सफाई अभी तक शुरू नहीं हुई है. ऐसे में इस बार मानसून में राजधानी दिल्ली एक बार फिर पानी-पानी हो सकती है.

cleaning of PWD drains has not started yet in delhi
नालों की सफाई

नई दिल्ली:देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोगों को इस साल भी जलभराव की समस्या से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. ऐसा इसलिए कि दिल्ली नगर निगम ने अभी तक अपने नालों की सफाई पूरी नहीं की है. सबसे बुरा हाल साउथ MCD के एरिया का है, तीनों एमसीडी में सबसे अधिक 243 नाले साउथ MCD के अंतर्गत आते हैं. लेकिन यहां नालों की सफाई के लिए किसी प्रकार की कोई तेजी नहीं देखी जा रही है. वहीं नॉर्थ एमसीडी के एरिया में 192 नाले आते हैं, जिनकी सफाई अभी भी की जा रही है. जबकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले 223 नालों का भी यही हाल है.

मानसून में फिर पानी पानी होगी दिल्ली

क्या है पीडब्ल्यूडी की स्थिति

दिल्ली के अंदर पीडब्ल्यूडी के पास करीब 2064 किलोमीटर लंबे बड़े नाले हैं और इनकी सफाई अभी तक शुरू नहीं हुई है. एक तरफ राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर है, वहीं मानसून आने तक इन नालों की सफाई नहीं हुई, तो राजधानी दिल्ली में एक बार फिर पिछले साल की तरह भयावह तस्वीरें देखने को मिल सकती है. क्योंकि दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सभी छोटे नालों का आउट फॉल पीडब्ल्यूडी के बड़े नालों में है. ऐसे में पीडब्ल्यूडी के बड़े नालों की सफाई नहीं हुई, तो निगम के छोटे नाले बरसात में भर जाएंगे.

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पिछले साल सामने आई थी भयावह तस्वीर

पिछले साल मानसून के दौरान मिंटो रोड पर जलभराव के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और इस साल भी राजधानी दिल्ली में कमोबेश कुछ ऐसी हालात बनते हुए दिखाई दे रहे हैं. नालों की सफाई करने की योजना अभी तक भली-भांति तरीके से जमीनी स्तर पर लागू होती नहीं दिख रही है. हर साल मानसून के दौरान कॉलोनियों के अंदर जलभराव देखने को मिलता है. साउथ एमसीडी का एरिया हो या फिर नॉर्थ एमसीडी का एरिया, हर जगह यही समस्या देखने को मिली थी.

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निगम के डेम्स विभाग के अफसरों का कहना है कि निगम के अंतर्गत आने वाले छोटे नालों की सफाई मार्च के पहले हफ्ते में शुरू की गई थी. तीनों एमसीडी ने नालों की शत-प्रतिशत सफाई डेडलाइन 15 मई तय की थी. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते नालों की सफाई का काम अधर में लटक गया और अभी तक महज 40 से 60 फीसदी नालों की सफाई हो पाई है. वह भी नगर निगम के जिसे देखकर नहीं लगता कि अगले चंद महीनों में सफाई पूरी हो पाएगी, क्योंकि पीडब्ल्यूडी के नालों की सफाई तो अभी शुरु भी नहीं हुई है.

नालों की सफाई जारी


कोविड का कितना असर

नॉर्थ एमसीडी के मेयर जयप्रकाश ने बातचीत के दौरान कहा कि दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते निगम कर्मचारी भी इसकी चपेट में आए हैं. जिससे कि नालों की सफाई का काम निश्चित तौर पर प्रभावित हुआ है. लेकिन निगम लगातार अपने कामकाज में लगी हुई है. कोरोना की भयावह लहर और तमाम परेशानियों के बीच भी नॉर्थ एमसीडी ने अपनी जिम्मेदारी को निभाने का हर संभव प्रयास किया है. जिसके तहत दिल्ली नगर निगम के तीनों भागों ने अपने अपने क्षेत्र के अंतर्गत अपने वाले नालों के अंदर से कई हजार मैट्रिक टन गाद भी निकाली है.

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15 मई की डेडलाइन नहीं हुआ काम पूरा

दिल्ली नगर निगम के तीनों विभाग पूर्वी, दक्षिणी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नालों की सफाई के लिए 15 मई की तारीख डेडलाइन के रूप में फिक्स की थी. लेकिन कोरोना कि दूसरी लहर के चलते नालों की सफाई पूरी नहीं हो पाई है.

दिल्ली सरकार की जिम्मेदार

नॉर्थ और साउथ एमसीडी दोनों के नेताओं ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान साफ तौर पर कहा कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले फ्लड डिपार्टमेंट, डेम्स और पीडब्ल्यूडी ने अपने अंतर्गत आने वाले नालों की सफाई भली-भांति तरीके से नहीं की है, बल्कि नालों की सफाई इन लोगों ने शुरू ही नहीं की है. जिसकी वजह से हर बार दिल्ली के लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है.

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दरअसल निगमों के अंतर्गत आने वाले छोटे नालों का आउट फॉल बड़े नालों में है. जिनके रखरखाव और साफ सफाई की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है. लेकिन इन सभी बड़े नालों को पिछले काफी लंबे समय से साफ नहीं किया गया है. हालात तो यह है कि नजफगढ़ ड्रेन वर्तमान समय में पूरे तरीके से भर गया है और तुरंत प्रभाव से इसकी सफाई करवाने की जरूरत है. लेकिन दिल्ली सरकार का ध्यान इस तरफ नहीं है.

Last Updated : May 18, 2021, 9:47 PM IST

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