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Fraud of Crores: फॉर्म हाउस बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के दो आरोपी गिरफ्तार, पहले से दर्ज हैं सात मामले

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Published : Jun 19, 2023, 5:40 PM IST

राजधानी में फार्म हाउस बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के दो आरोपियों को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. जांच में सामने आया है कि आरोपियों के खिलाफ पहले से ही सात मामले दर्ज हैं.

cheating crores in name of selling farm house
cheating crores in name of selling farm house

डीसीपी ने बताया पूरा मामला

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने फार्म हाउस बेचने के नाम पर करीब पांच करोड़ रुपए की ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी लोगों से फार्म हाउस बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी करते थे, जिसके बाद व्यक्ति को न फार्म हाउस मिलता था और न ही उसके पैसे वापस मिलते थे. कई लोगों की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. डीसीपी ईओडब्ल्यू विक्रम के पोरवाल ने बताया कि आरोपियों की पहचान गुनवीन सिंह और जितिन पाल सिंह के रूप में हुई है. दोनों रिश्तेदार हैं.

डीसीपी के अनुसार, दोनों ने पीड़ित को छतरपुर में एक फार्म हाउस का एग्रीमेंट टू सेल (एटीएस) दिखाया और बताया कि वह फार्म हाउस मालिक से उसे 10 करोड़ में बेचने की परमिशन ले चुके हैं. दोनों ने पीड़ित से दो करोड़ 80 लाख रुपए लिए. बाद में पीड़ित को बताया कि इस जमीन पर पहले ही मुकदमा चल रहा है, इसलिए वह उसे दूसरा फार्म हाउस देंगे. इसपर आरोपियों ने पीड़ित से दो करोड़ रुपए और ले लिए. इसके बावजूद पीड़ित को फार्म हाउस नहीं मिला.

आरोपियों ने पीड़ित से दूसरे फार्म हाउस के मालिक अजय साहनी और रमन साहनी की जमीन के नाम पर पैसे लिए थे. बाद में पता चला कि यह फार्म हाउस भी नहीं बिक सकता है. जब पीड़ित ने अपने पैसे मांगने शुरू किए तो दोनों आनाकानी करने लगे. इसपर पीड़ित ने आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद एसीपी ईओडब्ल्यू घनश्याम के नेतृत्व में बनाई गई टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इन पर इस तरह की धोखाधड़ी के कुल सात मामले पहले से दर्ज हैं. दोनों आरोपी पंजाब के रहने वाले हैं. ये लोग छतरपुर से ही अपना धंधा चलाते हैं. पीड़ित से पैसे लेने के लिए इन लोगों ने पहले फार्म हाउस के मालिक रविंदर आहूजा के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट खुलवा लिया था. इसमें उन्होंने रविंदर आहूजा का फर्जी दस्तखत भी किया था.

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इस तरह के फर्जीवाड़े से बचने के लिए लोगों को चाहिए वे कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले सब रजिस्ट्रार ऑफिस में उसका स्टेटस जरूर चेक करवा लें कि उसपर कोई मामला तो नहीं है. साथ ही डॉक्यूमेंटेशन खुद चेक करना जरूरी है. थोड़ी सी सावधानी आपको बड़ी समस्या से बचा सकती है.

-विक्रम के पोरवाल, डीसीपी, ईओडब्ल्यू

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