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दिल्ली में सरस आजीविका मेला 2023 हुआ शुरू, विभिन्न राज्यों से इन चीजों का होगा प्रदर्शन और बिक्री

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 15, 2023, 2:32 PM IST

दिल्ली में सरस आजीविका मेला 2023 शुरू होने के बाद काफी लोग यहां आ रहे हैं. इस मेले में विभिन्न राज्यों से अलग-अलग चीजें प्रदर्शित की गई हैं. यहां स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन एवं बिक्री की जा रही है. Saras Livelihood Fair 2023 started in Delhi, Saras Livelihood Fair 2023 started in Delhi

सरस आजीविका मेला 2023
सरस आजीविका मेला 2023

नई दिल्ली:दिल्ली के प्रगति मैदान में 42वां विश्व व्यापार मेला शुरू हो चुका है. इसमें 14 नवंबर से 27 नवंबर तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2023 का आयोजन किया जा रहा है. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय, राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित सरस आजीविका मेले में ग्रामीण भारत की शिल्पकलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जाएगा. इस दौरान करीब 300 महिला शिल्प कलाकार, 150 के करीब स्टॉलों पर अपनी-अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शनी का प्रदर्शन करेंगी.

इस मेले में देशभर के 27 राज्यों के हजारों उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री होगी. यह मुहिम ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई है, जिससे देश के हस्तशिल्पियों और हस्त कलाकारों को रोजगार शुरू करने का मौका मिल सके. मेले में विभिन्न जगहों से कई प्रकार की चीजें प्रदर्शित की गई हैं, जो इस प्रकार हैं-

झारखंड- ट्राइबल ज्वेलरी, शहद, मिक्स अचार, दाल, आम का अचार, ऑर्गेनिक वेजीटेबल, मसाले, चावल, दाल, साबुन, हाथों से बने स्नैक्स और चॉकलेट.

कर्नाटक-लकड़ी के खिलौने, कॉफी पाउडर, इलायची, शहद, गुड़, पेंटिंग, वुडेन हेंडीक्राफ्ट, केले के चिप्स, हेडमेड चॉकलेट व मसाले, क्ले और सजावटी सामान.

लद्दाख-ड्राई फ्रूट्स, हैंड एम्ब्रॉडरी वर्क, कार्पेट, लेदर पर्स और तेल.

मध्य प्रदेश- हैंडलूम आइटम, चंदेरी साड़ी, बैंबू उत्पाद, दुपट्टा और गोंद.

महाराष्ट्र-एम्ब्रॉडरी ड्रेस, नींबू का अचार और लकड़ी के खिलौने.

मणीपुर- वॉटर हायसिन्थ प्रोडक्ट

मिजोरम-कड़ी पाउडर

नगालैंड- बास्केट, सैंडल और ट्राइबल ज्वेलरी.

ओडिशा- सबाई हैंडीक्राफ्ट, कांस ग्रास और तसर साड़ी.

पंजाब-जूट बैग, कुशा मैट्स, कुची हेंडीक्राफ्ट और वुलेन जैकेट.

पुडुचेड़ी-बीड्स और इमीटेशन ज्वेलरी

राजस्थान- ब्लॉक प्रिंटेड बेडशीट, कलाकृतियां और आयरन टूल्स प्रोडक्ट

तमिलनाडु- पारंपरिक कपड़े और स्पेशल साड़ी.

तेलंगाना-स्पेशल साड़ी

त्रिपुड़ा- पारंपरिक कपड़े

उत्तराखंड-ऑर्गेनिक दालें, ग्रास बॉक्स, टेराकोटा आइटम, ब्लॉक प्रिंटेड बेडशीट और आयरन टूल्स प्रोडक्ट.

उत्तर प्रदेश- हैंड एम्ब्रॉडरी वर्क, पॉटरी वर्क, स्टोल, डिजायनर बेडशीट, सिल्क साड़ी और मेटल डेकोरेटिव आइटम.

वेस्ट बंगाल- होम डेकोर प्रोडक्ट, चूड़ियां, ज्वेलरी और कांथा स्टिच.

अंडमान एंड निकोबार- बैंबू प्रोडक्ट

अरुणाचल प्रदेश-पारंपरिक कपड़े और बैंबू प्रोडक्ट्स.

आसाम-असामी कपड़े के मैटेरियल, वॉटर हायसिन्थ प्रोडक्ट्स, केन और बैंबू प्रोडक्ट्स.

आंध्रप्रदेश- साउथ इंडियन पिकल, तेल, हर्बल हनी, वुडेन हैंडीक्राफ्ट, साड़ी और सॉफ्ट खिलौने.

बिहार- मधुबनी पेंटिंग, सिल्क साड़ी, सोलर टॉर्च, लाह की चूड़ियां और प्राकृतिक शहद.

छत्तीसगढ़- कॉटन सूट, फुलकारी सूट, सिल्क साड़ी, मेटल आर्ट, बेल मेटल, ड्राई फ्रूट्स, स्नैक्स, पापड़, आम के अचार और हल्दी.

गुजरात- विविध हथकरघा वस्तु, सिल्क साड़ी, दुपट्टा, बेल मेटल, माला, वुडेन हैंडीक्राफ्ट, पटचित्र और बेड डेकोरेटिव आइटम.

गोवा- कुची हैंडीक्राफ्ट्स और स्नैक्स.

हरियाणा- कॉटन सूट, साड़ी, दुपट्टा, टेराकोटा आइटम, क्लोथ मैटेरियल, ड्रेस मैटेरियल, ज्वेलरी और मशहूर महुआ लड्डू.

हिमाचल प्रदेश-हैंडलूम आइटम, सॉक्स, हैंडबैग और साबुन.

जम्मू कश्मीर- गोल्डन ग्रास प्रोडक्ट, कुची हैंडीक्राफ्ट और क्लोथ मैटेरियल.

वहीं फूड स्टॉल्स पर खाद्य पदार्थों के रूप में अदरक, चाय, दाल, कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार आदि उपलब्ध रहेंगे. इससे केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया आत्मनिर्भर भारत का संकल्प व 'वोकल फॉर लोकल' अभियान को बढ़ावा भी मिलेगा.

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