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पैरा एथलीटों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ फूंका बिगुल, कहा- वादों से मुकरे CM केजरीवाल

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Published : Jun 15, 2019, 1:26 PM IST

सुवर्णा राज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने कई बार दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखा. जिसमें मैंने मिशन एक्सीलेंस के तहत एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और नेशनल मेडल विजेताओं की अनदेखी करने व दिल्ली के पैरा एथलीटों को नौकरियों में आरक्षण देने की मांग की थी.

पैराएथलीटों ने दिया धरना

नई दिल्ली: मशहूर पैरा एथलीट सुवर्णा राज ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने वादा किया था कि मिशन एक्सीलेंस स्कूल के तहत एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को और मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार सरकारी नौकरी देगी, लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर गई है.

'पत्र पर सरकार ने नहीं दिया ध्यान'
उन्होंने ये भी कहा कि केजरीवाल ने वादा किया था कि दूसरे राज्यों के तर्ज पर धनराशि मिलेगी. आरोपों के मुताबिक ज्यादातर पैरा एथलीटों को कुछ नहीं मिला. जिन लोगों को सरकारी नौकरी मिली, उन्हें उंगलियों पर गिना जा सकता है.

पैराएथलीटों ने दिया धरना


सुवर्णा राज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने कई बार दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखा. जिसमें मैंने मिशन एक्सीलेंस के तहत एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और नेशनल मेडल विजेताओं की अनदेखी करने व दिल्ली के पैरा एथलीटों को नौकरियों में आरक्षण देने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि पत्र में 2018 पैरा एशियाई खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को हरियाणा सरकार की तर्ज पर सात लाख पचास हजार रुपये देने का अनुरोध किया था. लेकिन सरकार ने हमारे अनुरोध पर कोई कार्रवाई नहीं की.


'बुलाकर भी नहीं मिले मुख्यमंत्री'
सुवर्णा राज ने सीधे तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुबह उन्हें 9:30 बजे मिलने के लिए बुलाया था. जब वह मिलने गईं तो अरविंद केजरीवाल उनसे नहीं मिले और अपने सहायक को हमारी समस्या का समाधान करने के लिए भेज दिया. जब उससे भी हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हमने अरविंद केजरीवाल जी से मिलने को बोला. सुवर्णा ने कहा कि हम लोगों ने वहां 11:30 बजे से लेकर पूरे 2 घंटे दिल्ली के मुख्यमंत्री का इंतजार किया, लेकिन मुख्यमंत्री मुझसे मिलने नहीं आए.

सुवर्णा राज के साथ मौजूद सभी पैरा एथलीटों ने कहा कि जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता तब तक विरोध प्रदर्शन को जारी रखेंगे. प्रदर्शकारी पैरा एथलीटों ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उन्हें जब तक मिलकर ठोस आश्वासन नहीं देते, हम यहां से कहीं भी जाने वाले नहीं हैं.

Intro:दिल्ली सचिवालय गेट नंबर 6 नई दिल्ली

मशहूर पैरा एथलीट सुवर्णा राज ने लगाए दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप, दिल्ली सरकार ने वादा किया था मिशन एक्सीलेंस स्कीम के तहत एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को और मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को मिलेगी सरकारी नौकरी साथ ही दूसरे राज्यों की सरकार के तर्ज पर मिलेगी धनराशि, लेकिन ज्यादातर पैरा एथलीट्स को कुछ नहीं मिला जिन लोगों को सरकारी नौकरी मिली उन्हें उंगलियों पर गिना जा सकता है


Body:सुवर्णा राज में लगाए दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप

सुवर्णा राज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने कई बार दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखा जिसमें मैंने मिशन एक्सीलेंस के तहत एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों एवं नेशनल मेडल विजेताओं की अनदेखी करने एवं दिल्ली के पैरा एथलीट को नौकरियों में आरक्षण देने के लिए कहा साथ ही 2018 पैरा एशियाई खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को हरियाणा सरकार की तर्ज पर तर्ज पर सात लाख पचास हज़ार देने का अनुरोध किया था परंतु सरकार ने हमारे अनुरोध पर कोई कार्रवाई नहीं की


मिलने के लिए बुला कर भी नहीं मिले दिल्ली के मुख्यमंत्री

सुवर्णा राज ने सीधे तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए उन्होंने कहा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह उन्हें 9:30 बजे मिलने के लिए बुलाया था जब वह मिलने गई तो अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिले और अपने सहायक को हमारी समस्या का समाधान करने के लिए भेज दिया जब उससे भी हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हमने अरविंद केजरीवाल जी से मिलने को बोला हम लोगों ने महा 11:30 बजे तक पूरे 2 घंटे दिल्ली के मुख्यमंत्री का वेट किया लेकिन मुख्यमंत्री ने मुझसे मिलने नहीं आये।

अपने हक के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं पैरा एथलीट्स (दिव्यांगजन)
सुवर्णा राज के साथ मौजूद सभी पैरा एथलीट्स ने कहा कि जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता तब तक इस विरोध प्रदर्शन को जारी रखेंगे खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उन्हें जब तक मिलकर ठोस आश्वासन नहीं देते हम यहां से कहीं भी जाने वाले नहीं है


Conclusion:भारत जैसे देश में खासतौर पर राजधानी दिल्ली में खिलाड़ियों की अनदेखी का मामला कोई नया नहीं है पहले भी खिलाड़ियों की अनदेखी बहुत बड़े स्तर पर होती रहीं है सिर्फ क्रिकेट ही एक ऐसा खेल है जिसके खिलाड़ियों की अनदेखी नहीं होती है बाकी सभी खेलों के खिलाड़ियों की अनदेखी कहीं ना कहीं तो पिछले काफी लंबे समय से होती आई है चाहे वह मिल्खा सिंह का मामला हो या फिर दूसरे खिलाड़ियों का ,

राजधानी दिल्ली में पैरा एथलीट सुवर्णा राज और अन्य पैरा एथलीट्स का धरने पर बैठना अपने हकों की मांग को लेकर यह दर्शाता है कि अपने निष्पक्ष काम को बढ़ा चढ़ा कर दिखाने वाली दिल्ली सरकार किस तरह काम कर रही है और पैरा एथलीट से जो वादे करें थे वो कितने पूरे किए गए

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