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अफगानिस्तान से दिल्ली पहुंचा 5 करोड़ का ड्रग्स, ईरानी ड्रग तस्कर को स्पेशल सेल ने दबोचा

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 9, 2024, 8:52 PM IST

Noida Crime: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ईरानी ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है. इसके पास से पांच करोड़ कीमत की ड्रग्स बरामद की गई है.

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नई दिल्ली: इंटरनेशनल ड्रग तस्करी के गोरखधंधे में शामिल के एक विदेशी नागरिक को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ईरान का मूल रूप से रहने वाला है, जिसकी पहचान मोहसिन वाहेदी के रूप में की गई है. इसके पास से एक किलो हेरोइन जब्त की गई है, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत पांच करोड़ रुपए बताई जा रही है.

डीसीपी स्पेशल सेल आलोक कुमार ने बताया कि आरोपी इंटरनेशनल ड्रग तस्कर के बारे में मिले इनपुट के आधार पर उसे साउथ दिल्ली के मालवीय नगर इलाके से पकड़ा गया. पुलिस की टीम 26 जनवरी को लेकर होटलों और गेस्ट हाऊस पर नजर रख रही है. इसी कड़ी में जब मालवीय नगर स्थित हौजरानी के होटल सनरुफ रेजीडेंसी में रह रहे एक ईरानी नागरिक के रिकॉर्ड को चेक किया गया, तो उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ. जिसके बाद साउदर्न रेंज के एसीपी वेद प्रकाश की देखरेख में एक पुलिस टीम ने उसके सामान की तलाशी ली तो ड्रग्स की बरामदगी की गई.

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बाद में आरोपी ने बताया वह इंटरनेशनल ड्रग तस्करी में शामिल है. वह अफगानिस्तान से ईरान होते भारत लाए गए ड्रग्स की खेप को दिल्ली और एनसीआर में सप्लाई करता है. उसने बताया कि बरामद हेरोइन भी अफगानिस्तान से ईरान के रास्ते भारत में तस्करी करके लाई गई थी. पुलिस अब इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है.

पूछताछ में ड्रग तस्कर से पुलिस टीम को पता चला कि अफगानिस्तान से लाए गए इस फाइन क्वालिटी की हेरोइन की डिमांड इंडिया में ज्यादा है. क्वालिटी अच्छी होने के कारण ऊंची कीमत पर यह बिकती है. इंटरनेशनल गैंग का मास्टरमाइंड हबीब इस रैकेट को चलाता है और वह ईरान होते हुए भारत पहुंचाता है. अब पुलिस इस मामले में और सोर्स की तलाश कर रही है.

प्रॉपर्टी के फर्जीवाड़ा में सात साल से वांटेड को क्राइम ब्रांच ने 61 साल की उम्र में दबोचा

प्रॉपर्टी के फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करके लाखों की चीटिंग की वारदात को अंजाम देकर फरार चल रहे वांटेड को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस को इस चीटर की पिछले सात सालों से तलाश थी. बाद में इसको कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था. गिरफ्तार आरोपी की पहचान एंग्नेलो मार्क्स (61) के रूप में हुई है. क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव ने बताया कि चीटिंग के मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसके परिचित महेश अरोड़ा ने जनता फ्लैट, ग्राउंड फ्लोर, शाहपुर जाट में कम दाम में खरीदने का लालच दिया था.

बताया गया कि उसके दो जानकार निशा और एग्नेलो मार्क्स यह प्रॉपर्टी कम कीमत पर बेचने के लिए तैयार हैं. महेश अरोड़ा ने शिकायतकर्ता को दो बिचौलियों हरीश और अनीता से मिलवाया. प्रॉपर्टी की कीमत मार्केट रेट से कम होने के कारण शिकायतकर्ता ने निशा और एग्नेलो को 5 लाख एडवांस के रूप में दे दिए. बाद में पीड़ित को पता चला कि यह प्रॉपर्टी किसी दूसरे शख्स की है. इसके बाद उसने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपी ने लौटाने की बजाय उल्टा उन्हें धमकाया. इस मामले को लेकर साल 2017 में साउथ दिल्ली के महरौली थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया. जांच के दौरान पुलिस ने 3 आरोपी व्यक्तियों महेश अरोड़ा, अनीता और हरीश को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन मुख्य आरोपी एग्नेलो और उसकी पत्नी निशा मामला दर्ज होने के बाद से फरार चल रहे थे.

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