नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बुधवार को लूट का विरोध करने पर एक 16 वर्षीय किशोर द्वारा एक 17 साल के किशोर की चाकू गोदकर से बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं उसने मृतक पर चाकू के 50 वार किए. इसके बाद उसके शव को बाल पकड़कर घसीटा और फिर शव के पास नाचने लगा. इस घटना का वायरल सीसीटीवी फुटेज देखकर लोग दहल गए हैं. किशोर की हत्या करने के बाद नाबालिक अपराधी उसकी जेब से 350 रुपये भी लूटकर ले गया.
महज 350 रुपये के लिए इतनी हिंसक वारदात को लेकर राजधानी दिल्ली के लोगों की जुबान पर चर्चा का विषय बनी हुई है. इस घटना को लेकर ईटीवी भारत ने कैलाश दीपक अस्पताल में वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉक्टर मेघा अग्रवाल से बातचीत की. मनोचिकित्सक ने इस बारे में कई जानकारियां दीं. उन्होंने इस तरह की घटना के पीछे की वजह और उसको रोकने के लिए किशोरों के साथ किस तरह से व्यवहार किया जाना चाहिए इस बारे में बताया.
सवाल:इस तरह की घटना को कोई किशोर कब और कैसे अंजाम दे सकता है?
जवाब: इस तरह की वारदात कोई व्यक्ति तभी कर सकता है, जब वह या तो मानसिक रूप से बीमार हो या बाइपोलर डिसऑर्डर का शिकार हो. या फिर उसे शुरू से ही बहुत ज्यादा गुस्सा आता हो.
सवाल: युवाओं द्वारा अक्सर इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं. इसका क्या कारण है?
जवाब:आजकल के युवाओं को ज्यादा गुस्सा आता है. इसका कारण यह है कि 10 साल से 17 साल की उम्र के दौरान युवाओं में कई सारे हार्मोनल बदलाव होते हैं. इसकी वजह से उनके व्यवहार और इमोशंस में भी बदलाव आता है, जिसकी वजह से वे कई बार हिंसक हो जाते हैं. कई बार गुस्से में वे अपना आपा भी खो देते हैं और इस तरह के घातक कदम उठा लेते हैं.
सवाल: युवा में बहुत ज्यादा गुस्सा बढ़ने के और क्या-क्या कारण हो सकते हैं?