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Gym Businessman Murder Case: जेल भेजने का बदला लेने के लिए जूडो खिलाड़ी ने दोस्तों संग मिलकर किया मर्डर

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Published : Jan 20, 2023, 8:23 PM IST

Updated : Jan 20, 2023, 8:28 PM IST

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पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में 30 दिसंबर की शाम जिम कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. क्राइम ब्रांच ने मामले को सुलझाते हुए दो आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसमें एक राष्ट्रीय स्तर का जूडो खिलाड़ी है. वहीं, तीसरा आरोपी फिलहाल फरार है. सभी आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे कि पुलिस ने दोनों को धर दबोचा.

प्रीत विहार में जिम कारोबारी की हत्या मामले में राष्ट्रीय स्तर का जूडो खिलाड़ी सहित दो आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में जिम कारोबारी की गोलियां बरसाकर की गई हत्या की गुत्थी को क्राइम ब्रांच ने सुलझा लिया है. टीम ने हत्या के आरोप में पूर्व जिम ट्रेनर सहित दो आरोपियों को पकड़ा है. गिरफ्तार आरोपियों में एक आरोपी राष्ट्रीय स्तर का जूडो खिलाड़ी रह चुका है, जिनकी पहचान इंद्रवर्धन शर्मा (36) के तौर पर हुई है. वहीं एक अन्य आरोपी की पहचान रवि कुमार तोमर (30) के तौर पर हुई है. तीसरा साथी विजय अभी फरार है.

पूर्व जिम ट्रेनर इंद्रवर्धन ने खुलासा किया है कि 2017 में जिम मालिक ने उस पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था, जिस वजह से उसे जेल जाना पड़ा था. इसी का बदला लेने के लिए हत्या की. फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. स्पेशल सीपी रविंद्र यादव के मुताबिक, बीते 30 दिसंबर की शाम करीब 7:30 बजे प्रति विहार स्थित एनर्जी जिम के मालिक महेंद्र अग्रवाल (36) की नकाबपोश बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी. स्थानीय पुलिस के अलावा स्पेशल स्टाफ और क्राइम ब्रांच की टीम तफ्तीश में जुटी थी.

डीसीपी अमित गोयल ने एसीपी उमेश भरतवाल के नेतृत्व में टीम का गठन किया, जिसमें इंस्पेक्टर विवेक मलिक, एसआई सम्राट कात्यान, एसआई मुकेश, हेड कांस्टेबल रामनरेश, हेड कांस्टेबल घनश्याम, कांस्टेबल आशीष को शामिल किया गया. इस दौरान क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर विवेक मलिक की अगुवाई में टीम को पता चला कि हत्या की वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी नेपाल भागने की फिराक में हैं. खबर पुख्ता कर टीम ने तुरंत ट्रैप लगाकर दोनों आरोपियों को भारत-नेपाल बॉर्डर स्थित रक्सौल से गिरफ्तार किया.

पैसे मांगने पर हुई थी कहासुनीःछानबीन में पता चला है कि कारोबारी महेंद्र अग्रवाल के पास इंद्रवर्धन ने काफी वक्त तक काम किया था और करीब 4.75 लाख रुपए व्यापार में इनवेस्ट भी किए थे, लेकिन महेंद्र ने सैलरी और उसकी रकम नहीं लौटाई. जबकि, 2017 में दोबारा पैसे मांगने पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी. इस बीच महेंद्र ने आरोप लगाया कि इंद्र ने उसका अपहरण कर लिया, जिसके बाद प्रीत विहार थाने में मुकदमा दर्ज हुआ और इंद्र को जेल जाना पड़ा था. इससे उसकी मां आहत हुई, जिनकी मौत हो गई थी. इसके बाद से वह रंजिश रखने लगा और महेंद्र की हत्या की योजना बना रहा था.

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आरोपी यूपी और उत्तराखंड में छिपे थेः पुलिस पूछताछ में इंद्रवर्धन ने खुलासा किया कि उसने योजना के तहत पहले हथियारों का इंतजाम किया, फिर अपने दोस्त रवि और विजय से साजिश की चर्चा की. दोनों दोस्ती के नाम पर वारदात को अंजाम देने के लिए मान गए. वारदात वाले दिन विजय दोनों को कार से प्रीत विहार स्थित जिम लेकर आया. इंद्रवर्धन और रवि जिम की पहली मंजिल पर स्थित दफ्तर में गए और अंधाधुंध गोलियां चलाकर महेंद्र अग्रवाल की हत्या कर दी. इसके बाद बाहर इंतजार कर रहा विजय इन्हें कार में बिठाकर ले गया. आरोपी यूपी और उत्तराखंड में छिपे थे, जहां से नेपाल भागने की योजना थी. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया. हालांकि आरोपी रवि पर गुंडा एक्ट समेत एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं.

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Last Updated :Jan 20, 2023, 8:28 PM IST

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