नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके से किडनैप किए गए कारोबारी को मंडावली थाना पुलिस ने हरियाणा के एक अस्पताल से सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने अपहरण के मास्टरमाइंड लैब टेक्नीशियन सहित दो अपरहणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है. डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि अपहरणकर्ताओं की पहचान हरियाणा के पलवल निवासी धर्मेंद्र और मानवेंद्र उर्फ मन्नु के तौर पर हुई है.
डीसीपी ने बताया की गुरुवार को पांडव नगर में रहने वाली युसरा गुप्ता ने बताया कि उनके पति पार्थ, उम्र 30 वर्ष सुबह से लापता थे. उसने आगे कहा कि उसे धर्मेंद्र नाम के एक व्यक्ति ने पति की रिहाई के लिए 1 लाख की फिरौती के लिए एक फोन कॉल भी किया था, जो उसके पति का दोस्त था. कुछ समय बाद, उसे अक्सर फिरौती के फोन आने लगे. उसने 10000 रुपये की राशि हस्तांतरित की लेकिन अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया .उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे मांगे.
शिकायत मिलते ही मुकदमा दर्ज किया गया, मामले की गंभीरता को देखते हुए मंडावली के थाना प्रभारी कश्मीरी लाल, एएसआई प्रदीप, एएसआई घनश्याम, एचसी मनोज, एचसी योगेश और डब्ल्यू/सीटी मुनेश की देखरेख में मामले को सुलझाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया. पुलिस ने कॉल किये गए नम्बरों की जांच शुरू की तो टेक्निकल सर्विलांस के दौरान पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात इलाके में बंधक बनाकर रखा गया है।फिरौती की कॉल की सीडीआर का गहन विश्लेषण किया गया, जिसके आधार पर स्थानीय खुफिया जानकारी विकसित की गई. इसके बाद छापा मारने कई टीमों को पलवल और मेवात जिले के आसपास के क्षेत्र में भेजा गया। कई छापों के बाद आरोपी धर्मेंद्र और उसके साथी मानवेंद्र उर्फ मन्नु को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया. पार्थ गुप्ता को आरोपी धर्मेंद्र ने न्यू कृष्णा अस्पताल, नूंह के कमरे में रखा था, जहां वह लैब तकनीशियन के रूप में काम कर रहा था.