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गाजियाबाद: बिहार में शराब से मौत, यूपी में कच्ची शराब पर छापेमारी

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Published : Dec 16, 2022, 8:11 PM IST

बिहार में शराब कांड के बाद गाजियाबाद पुलिस प्रशासन भी नकली शराब के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रहा है. इसी कड़ी में गाजियाबाद पुलिस ने 36 लीटर कच्ची शराब और 500 लीटर लहन बरामद किया है. इस मामले में दो आरोपी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है.

गाजियाबाद में कच्ची शराब जब्त
गाजियाबाद में कच्ची शराब जब्त

नई दिल्ली/गाजियाबाद:बिहार में नकली शराब के पीने से लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद इसको लेकर यूपी में भी हड़कंप है. इसके चलते उत्तर प्रदेश में खासकर एनसीआर में भी कच्ची शराब की बिक्री को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में गाजियाबाद पुलिस ने 36 लीटर कच्ची शराब और 500 लीटर लहन के अलावा शराब बनाने के उपकरणों को बरामद किया है. इस मामले में दो आरोपी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है.

टीला मोड़ के जंगल में बन रही थी शराब

मामला गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र का है, जहां पर महमूदपुर के जंगलों में पुलिस की टीम अचानक पहुंची. यहां हिंडन नदी के खादर में कच्ची शराब बनाई जा रही थी. यहां से 36 लीटर अवैध कच्ची शराब और 500 लीटर लहन बरामद की गई. इसके अलावा शराब बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनकी पहचान भी हो चुकी है.

एक का नाम सुनील और दूसरे का नाम संजय है, जो टीला मोड़ इलाके के रहने वाले हैं. चोरी छुपे यह कच्ची शराब बना रहे थे, जिस को एनसीआर में सप्लाई किया जाना था. यह शराब जानलेवा साबित हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद इसे बनाने का काम एनसीआर में भी समय-समय पर सामने आता रहता है.

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बिहार में कच्ची नकली शराब पीने से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में भी कच्ची शराब की बिक्री को लेकर अलर्ट किया गया है. इसी कड़ी में गाजियाबाद में कच्ची शराब पकड़ी गई है.

शराब के कारोबार में लिप्त आरोपियों की समय-समय पर गिरफ्तारियां जरूर होती है, लेकिन जड़ से यह धंधा खत्म नहीं हो पाता है. इस वजह से कइयों की जान चली जाती है. हालांकि पुलिस और प्रशासन की सतर्कता से समय-समय पर गिरफ्तारियां और बरामदगी होती रहती है.

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