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Ramcharitmanas controversy: BJP विधायक ने चीफ जस्टिस को लिखा पत्र, बोले- स्वामी प्रसाद को फांसी हो

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Published : Jan 31, 2023, 6:10 PM IST

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सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान पर चारों तरफ उनके खिलाफ विरोध हो रहा है. इसी क्रम में गाजियाबाद के लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर स्वामी प्रसाद को फांसी की सजा देने की मांग की है.

भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर

नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद के लोनी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने देश के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है. भाजपा विधायक ने समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य, बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और उनके साथ षड्यंत्र में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ फास्टट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाते हुए फांसी की सजा की मांग की है. गुर्जर ने पत्र में कहा है कि सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मोर्या, बिहार सरकार में मंत्री चंद्रशेखर और इनके लोगों ने पूरे भारतवर्ष में जातीय संघर्ष पैदा कर देश को हिंसा और दंगों में झोंक कर गृह युद्ध की स्थिति पैदा कर रहे हैं, जो आतंकवाद का नया रूप और पहले से कई गुणा विध्वंसकारी है. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव विदेश से कथित शिक्षित है. स्वयं को 'शूद्र' बताकर जातीय संघर्ष को बढ़ावा देने की योजना पर कार्य कर रहे, जबकि अहीर क्षत्रिय वंश की शाखा है.


विधायक ने पत्र में कहा है कि दिल्ली के अशोका होटल में जनवरी के प्रथम सप्ताह में कुछ विधायकों सांसद, राजनीतिक दलों के नेताओं व देश-विरोधी ताकतों की बैठक में देश को जातीय दंगों में झोंकने की साजिश बनाई गई थी. इसके बाद से श्रीरामचरितमानस पर टिप्पणियां, बीबीसी डॉक्युमेंट्री आदि प्रकरणों का सामने आना संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है, क्योंकि भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है.

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सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विरोध के बीच समर्थन की भी आवाज उठी. रविवार को लखनऊ के पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के वृंदावन योजना में रामचरितमानस की प्रतियों को जला दिया गया था. रविवार सुबह करीब दस बजे 10-12 लोगों ने खुद को अखिल भारतीय ओबीसी महासभा का पदाधिकारी बताते हुए पहले तो सनातन संस्कृति के खिलाफ नारेबाजी की. उसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन करते हुए रामचरितमानस की प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की थी.

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