मोहम्मद कैफ के मकराना पहुंचने पर जोरदार स्वागत कुचामनसिटी (नागौर). मकराना के मोहम्मद कैफ की कप्तानी में भारत की अंडर 16 आयु वर्ग की फुटबॉल टीम ने एशिया चैंपियनशिप बांग्लादेश को 2-0 से हराकर जीत ली है. भारतीय टीम के कप्तान मकराना के मोहम्मद कैफ के मंगलवार को मकराना पहुंचने पर जुलूस निकालकर जहग-जहग स्वागत किया गया.
भूटान की राजधानी थिंपू में आयोजित अंडर 16 फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम का कप्तान मकराना निवासी मोहम्मद कैफ पुत्र मोहम्मद सईद को बनाया गया था. कैफ ने शुरुआती पढ़ाई मकराना के मारवाड़ स्कूल में की है, जिसके बाद वर्ष 2017 में वह उदयपुर की हिंदुस्तान जिंक फुटबॉल एकेडमी में चला गया, जहां वह अभी 10वीं में अध्ययरत है.
पढ़ें :World Police and Fire Games 2023 पति ने संभाला घर तो भरतपुर की संजू ने जीते दो सिल्वर मेडल, एसपी ने किया सम्मान
उदयपुर में हेड कोच तरुण राय चेतन भेरू अनूप महावीर शेखावत ने कैफ को ट्रेनिंग देकर तैयार किया. कैफ के पिता मोहम्मद सहीद उर्फ बाबूलाल भाटी स्वयं भी फुटबॉल खिलाड़ी हैं और दो बार राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं. मोहम्मद कैफ ने बरसों बाद मार्बल सिटी मकराना के नाम को राष्ट्रीय स्तर पर बुलंदियों तक पहुंचाया दिया है.
जुलूस निकालकर स्वागत : एशिया चैंपियनशिप जीतने के बाद मोहम्मद कैफ के मकराना पहुंचने पर लोगों ने जुलूस निकालकर जगह-जगह उसका स्वागत किया. आपको बता दें कि 16 साल से कम उम्र की अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप 3 सितंबर को भूटान में शुरू हुई थी, जिसमें एशिया के 6 देश भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और मालदीव ने भाग लिया था. फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को हराकर खिताब अपने नाम किया.
भारतीय टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी मकराना के मोहम्मद सईद के बेटे मोहम्मद कैफ को दी गई थी. जिम्मेदारी को पूरी प्रतियोगिता के दौरान मोहम्मद कैफ ने बखूबी निभाया और टीम को विजेता बनने में अहम भूमिका निभाई. कैफ के पिता खुद भी फुटबॉल खिलाड़ी हैं और दो बार राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं. शुरू से ही कैफ को फुटबॉल का काफी शौक रहा है. अपने पिता के साथ प्रतिदिन मकराना के रफी अहमद किदवई स्टेडियम में प्रैक्टिस के लिए जाते थे. उनकी इसी मेहनत की बदौलत ना सिर्फ मोहम्मद कैफ का, बल्कि मकराना का नाम भी राष्ट्रीय स्तर पर रोशन हुआ है.