मुंबई:भारत चाहता है कि विश्व तीरंदाजी और अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (IPC) अंतिम पैरालंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में उपलब्ध कोटा स्थानों को रद किया जाए क्योंकि देश की टीम को प्रतियोगिता में भाग लेने और टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका नहीं दिया गया है.
टीम को नोव-मेस्टो, चेक गणराज्य में होने वाले अंतिम पैरालंपिक योग्यता और विश्व रैंकिंग टूर्नामेंट से हटना पड़ा, क्योंकि भारत में कोविड-19 महामारी के प्रसार के कारण इसके खिलाड़ियों वीजा से वंचित कर दिया गया था.
शीर्ष महिला कंपाउंड तीरंदाज ज्योति बलियान और पांच अधिकारियों सहित छह तीरंदाजों को 3 से 10 जुलाई तक होने वाले कार्यक्रम में भाग लेना था. हालांकि, चेक गणराज्य ने भारत और ब्राजील के पैरा तीरंदाजों को वीजा जारी नहीं किया था. उनके स्वास्थ्य और विदेशी मामलों के मंत्रालयों द्वारा उन्हें अत्यधिक उच्च जोखिम वाले देशों के रूप में चिह्न्ति किया गया था.