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सौर तूफान की चपेट में आने के बाद कक्षा से बाहर हो रहे SpaceX के उपग्रह

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Published : Feb 10, 2022, 5:12 PM IST

स्पेसएक्स ने बताया कि पिछले शुक्रवार को एक भू-चुंबकीय तूफान ने वातावरण को प्रचंड बना दिया, जिससे स्टारलिंक उपग्रहों पर खिंचाव (Stretch on Starlink satellites) बढ़ गया और वे प्रभावी रूप से नष्ट हो गए. उपग्रह कम्पनी के अनुसार, 'ग्राउंड कंट्रोलर्स' ने कॉम्पैक्ट, फ्लैट-पैनल उपग्रहों को एक प्रकार की शीत निष्क्रियता में डाला, ताकि खिंचाव कम किया जा सके. लेकिन वायुमंडलीय खिंचाव इतना अधिक था कि उपग्रह एक उच्च, अधिक स्थिर कक्षा में जाने में विफल रहे.

SpaceX के उपग्रह
SpaceX के उपग्रह

केप केनवरल (अमेरिका):स्पेसएक्स के उपग्रहों का नवीनतम बेड़ा (SpaceX's latest fleet of satellites) सौर तूफान की चपेट में आने के बाद कक्षा से बाहर हो रहा है. कंपनी ने मंगलवार की रात एक ऑनलाइन बयान में बताया कि पिछले सप्ताह 49 में से 40 छोटे उपग्रह प्रक्षेपित किए गए थे. या तो उन्होंने वातावारण में पुन: प्रवेश किया और जल गए या इस प्रक्रिया से गुजरने वाले हैं.

स्पेसएक्स ने बताया कि पिछले शुक्रवार को एक भू-चुंबकीय तूफान ने वातावरण को प्रचंड बना दिया, जिससे स्टारलिंक उपग्रहों पर खिंचाव (Stretch on Starlink satellites) बढ़ गया और वे प्रभावी रूप से नष्ट हो गए. उपग्रह कम्पनी के अनुसार, 'ग्राउंड कंट्रोलर्स' ने कॉम्पैक्ट, फ्लैट-पैनल उपग्रहों को एक प्रकार की शीत निष्क्रियता में डाला, ताकि खिंचाव कम किया जा सके. लेकिन वायुमंडलीय खिंचाव इतना अधिक था कि उपग्रह एक उच्च, अधिक स्थिर कक्षा में जाने में विफल रहे.

पढ़ें :कुछ सप्ताह में चंद्रमा की सतह से टकरा सकता है SpaceX rocket का टुकड़ा

स्पेसएक्स के पास अब भी करीब 2,000 स्टारलिंक उपग्रह (SpaceX has 2,000 Starlink satellites) हैं, जो पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं. दुनिया के दूरदराज के हिस्सों में इंटरनेट सेवा प्रदान कर रहे हैं. वे 340 मील (550 किलोमीटर) से अधिक की दूरी पर पृथ्वी का चक्कर लगाते हैं. कंपनी के अनुसार, सौर तूफान की चपेट में आए उपग्रह अस्थायी स्थिति में थे. स्पेसएक्स ने जानबूझकर उन्हें इस तरह असामान्य रूप से कक्षा में प्रक्षेपित किया था, ताकि अन्य अंतरिक्ष यान के लिए कोई खतरा न हो.

(पीटीआई-भाषा)

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