न्यूयॉर्क:ओपनएआई के चैटजीपीटी ने लगभग 52 प्रतिशत सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग सवालों के गलत जवाब दिए, जिससे इसकी सटीकता पर सवाल खड़े हो गए हैं. अमेरिका में पर्ड्यू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा कि ChatGPT की लोकप्रियता के बावजूद, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग सवालों के जवाबों की गुणवत्ता और उपयोगिता की गहन जांच नहीं की गई है. इस अंतर को दूर करने के लिए, टीम ने स्टैक ओवरफ्लो (एसओ) के 517 सवालों के चैटजीपीटी के जवाबों का व्यापक विश्लेषण किया.
शोधकर्ताओं ने पेपर में लिखा है, "हमारी जांच से पता चला है कि OpenAI ChatGPT के 52 प्रतिशत जवाबों में खामियां हैं और 77 प्रतिशत शब्दों का जाल हैं." महत्वपूर्ण बात यह है कि टीम ने पाया कि 54 प्रतिशत बार खामियां चैटजीपीटी द्वारा सवालों की अवधारणा को न समझ पाने के कारण हुईं. उन्होंने कहा, चैटजीपीटी जिन सवालों को समझ जाता है, वह उनको भी हल करने में विफल रहा है, जिससे बड़ी संख्या में खामियां हुईं. इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने पाया कि तर्क करने में चैटजीपीटी की सीमाएं हैं.
शोधकर्ताओं ने कहा, "कई मामलों में, हमने देखा कि चैटजीपीटी बिना दूरदर्शिता या परिणाम के बारे में सोचे समाधान, कोड या फॉर्मूला देता है." उन्होंने कहा, "प्रांप्ट इंजीनियरिंग और ह्यूमन-इन-द-लूप फ़ाइन-ट्यूनिंग कुछ हद तक किसी समस्या को समझने के लिए ChatGPT की जांच करने में सहायक हो सकती है, लेकिन जब एलएलएम (लॉजिक लर्निंग मशीन) में तर्क डालने की बात आती है तो वे अभी भी अपर्याप्त हैं. इसलिए खामियों के फैक्टर को समझना और साथ ही तर्क की सीमा से उत्पन्न होने वाली कमियों को ठीक करना आवश्यक है.''