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तंजानिया: जयशंकर ने स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा का किया अनावरण, भारतीय सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

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Published : Jul 8, 2023, 7:13 AM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर तंजानिया के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने शुक्रवार को यहां क्षेत्रीय राजदूत सम्मेलन में हिस्सा लिया. साथ ही स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का उद्घाटन भी किया. जयशंकर ने शुक्रवार को तंजानिया स्थित राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक में उन भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिनका यहां अंतिम संस्कार किया गया था.

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जयशंकर

दार-ए-सलाम:विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को तंजानिया में क्षेत्रीय राजदूत सम्मेलन में हिस्सा लिया. साथ ही स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का उद्घाटन भी किया. क्षेत्रीय राजदूत सम्मेलन में अंगोला, बुरुंडी, कांगो, स्वाजीलैंड, इथियोपिया, केन्या, लेसोथो, मोजाम्बिक, मलावी, नामीबिया, रवांडा, तंजानिया, दक्षिण अफ्रीका, युगांडा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

इस मौके पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने अफ्रीकी देशों के साथ भारत के संबंधों का जायजा लिया और अफ्रीका और वैश्विक दक्षिण के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. विदेश मंत्री ने दार एस सलाम में स्वामी विवेकानन्द सांस्कृतिक केन्द्र में स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा का भी उद्घाटन किया.

विदेश मंत्री ने कहा कि यह वास्तव में आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि हम भारत के महानतम आध्यात्मिक नेताओं और दार्शनिकों में से एक, स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का उद्घाटन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह प्रतिमा निश्चित रूप से उनकी दयालु शिक्षाओं की गवाही देती है जो सीमाओं से परे हैं और वास्तव में मानवता में विश्वास के उनके संदेश को रेखांकित करती हैं.'

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को तंजानिया स्थित राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक में उन भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिनका यहां अंतिम संस्कार किया गया था. जयशंकर जंजीबार की यात्रा के बाद बृहस्पतिवार को तंजानिया पहुंचे. भारत और तंजानिया के बीच पारंपरिक रूप से मित्रवत संबंध रहे हैं और विदेश मंत्री की इस यात्रा से दोनों देशों के संबंधों के और प्रगाढ़ होने की उम्मीद है.

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'दार-ए-सलाम स्थित राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक जाकर आज भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. युद्ध के विभिन्न मोर्चों पर उनका बलिदान हमारे इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है. वे भारत के वैश्विक प्रभाव की याद दिलाते हैं.' दारेसलाम इस समय तंजानिया की राजधानी है और पहले विश्व युद्ध के दौरान वह जर्मनी के पूर्वी अफ्रीकी उपनिवेश की राजधानी थी.

जनवरी 1917 में पूर्वी अफ्रीका में मारे गए 1500 से अधिक अधिकारियों और सैनिकों के नाम युद्ध स्मारक पर अंकित हैं. परिसर में ही एक हिंदू स्मारक भी है जो 14 भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया है. वहां हिंदू परंपराओं के अनुसार उनका दाह संस्कार किया गया था. जयशंकर ने भारत-तंजानिया संसदीय मित्रता समूह के सदस्यों से भी मुलाकात की और भारत के साथ मजबूत संसदीय, आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क की प्रशंसा की.

विदेश मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'आज सुबह की शुरुआत भारत-तंजानिया संसदीय मित्रता समूह के सदस्यों से मुलाकात के साथ की. भारत के साथ मजबूत संसदीय, राजनीति, आर्थिक और लोगों के बीच संपर्क के प्रति उनकी गर्मजोशी की प्रशंसा करता हूं. भरोसा है कि हमारे दो संसदीय लोकतांत्रिक देशों के बीच ऐतिहासिक और मजबूत संबंध आगे भी ऐसे ही बढ़ते रहेंगे.' जयशंकर ने किबाम्बा प्रशासनिक क्षेत्र स्थित भारतीय सहयोग से चल रही जल परियोजना का भी निरीक्षण किया जिससे दार-ए-सलाम में जलापूर्ति होती है.

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उन्होंने ट्वीट किया, 'जल मंत्री जूमा अवेसो की साथ आने के लिए प्रशंसा करता हूं. भारतीय विशेषज्ञों, अहम अनुभव एवं बेहतरीन चलन हमारी विकास भागीदारी के लिए महत्वपूर्ण है.' जयशंकर ने कहा,'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने पर ध्यान केंद्रित किया जैसा हमारे जल जीवन मिशन में दिखता है और इसका प्रतिबिंब विदेश में भी दिखाई पड़ रहा है. अफ्रीका की प्राथमिकताओं पर काम कर रहे हैं और भारत अलग तरह का साझेदार है.'

जयशंकर ने बृहस्पतिवार को किदुथानी परियोजना का भी दौरा किया था, जिसके जरिये जांजीबार के करीब 30 हजार घरों तक पेयजल आपूर्ति की जाएगी. यह भारत द्वारा स्थानीय आबादी को पेयजल मुहैया कराने के लिए शुरू की गई छह परियोजनाओं में से एक है. उन्होंने कहा कि यह भारत की 'जल जीवन मिशन' योजना की तरह है जिसका मकसद भारत के ग्रामीण इलाके में वर्ष 2024 तक सभी घरों को नल से जोड़ना और साफ एवं पर्याप्त जल की आपूर्ति करना है. जयशंकर ने बाद में दारेसलाम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी स्थित इंडिया-तंजानिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दौरा किया.

(पीटीआई-भाषा)

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