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Putin under pressure : वैगनर समूह और रूसी सशस्त्र बलों के बीच सैन्य ड्रामा जारी, पुतिन दबाव में

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Published : May 20, 2023, 8:47 AM IST

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शायद ही कभी अपने करीबी लोगों का साथ छोड़ा होगा. पुतिन के साथ प्रिगोझिन के संबंध साल 2000 से हैं जब उनकी कंपनी 'कॉन्कॉर्ड कैटरिंग' राजकीय भोज के लिए क्रेमलिन की पसंदीदा साझेदार बन गयी थी. प्रिगोझिन ने बाद में 'इंटरनेट रिसर्च एजेंसी' स्थापित की जो रूस के बारे में गलत सूचनाओं को बढ़ावा देने और चुनावों में हस्तक्षेप के लिए बनायी गयी.

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मॉस्को :यूक्रेन में रूस का विनाशकारी युद्ध जारी रहने के बीच अर्द्धसैन्य वैगनर समूह के प्रमुख येवजेनी प्रिगोझिन की एक और शेखी ने रूस के सैन्य नेतृत्व में शीर्ष स्तर पर चल रहे सत्ता संघर्ष को उजागर कर दिया है. रूसी कमांडरों को 'मूर्ख' बताते हुए प्रिगोझिन ने उन्हें गत सप्ताह 'आपराधिक आदेशों' के लिए जिम्मेदार ठहराया और सवाल किया कि क्या सेना रूसी क्षेत्र का बचाव कर सकती है.

गोला बारुद की धीमी आपूर्ति से परेशान प्रिगोझिन ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेइ शोइगु और उसके चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वेलरी गेरासिमोव पर हमला करते हुए वैगनर लड़ाकों के शव के साथ एक वीडियो भी बनाया था. उन्होंने शव दिखाते हुए क्रोध में कहा कि उनकी तरफ देखो. उनकी तरफ देखो. आप महंगे क्लबों में बैठते हैं. आपके बच्चे यूट्यूब वीडियो बनाते हैं.. वे (वैगनर लड़ाके) अपनी जान गंवाते हैं ताकि आप अपने कार्यालय में बैठकर भर पेट भोजन कर सकें.

पुतिन को कहा हैप्पी ग्रैंडफादर : प्रिगोझिन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर भी निशाना साधते हुए उन्हें 'हैप्पी ग्रैंडफादर' बताया जिन्हें लग रहा है कि यूक्रेन में युद्ध सुचारू रूप से चल रहा है. प्रिगोझिन को रूसी राष्ट्रपति का करीबी माना जाता है.

वैगनर दे सकते हैं यूक्रेनी सेना का रूस की जानकारी :वैगनर समूह और रूस की सेना के बीच विवाद वैश्विक दर्शकों के सामने चल रहा एक धारावाहिक बन गया है. इस सप्ताह वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक लेख में कहा गया कि प्रिगोझिन ने कई मौकों पर यूक्रेन के सैन्य खुफिया तंत्र से संपर्क किया था. खबर में दावा किया गया है कि प्रिगोझिन ने यूक्रेनी सेना को प्रस्ताव दिया था कि अगर वह बखमुत से वापस चली जाती है जहां वैगनर लड़ाके महीनों से यूक्रेनी बलों से लड़ रहे हैं, तो वह रूसी सेना के ठिकानों के बारे में जानकारी दे सकते हैं.

अगर क्रेमलिन इसे मान लेता है तो प्रिगोझिन बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं. हालांकि, विवादित दस्तावेज और गलत सूचनाएं यूरेशिया में अपनाया जाने वाला आम हथकंडा है. वैगनर और प्रिगोझिन दोनों पुतिन के लिए महत्वपूर्ण हैं.

रूसी रक्षा मंत्रालय के अड्डों पर मिलता है प्रशिक्षण :प्रिगोझिन ने 2014 में रूस के सैन्य खुफिया विशेष बलों के पूर्व कमांडर दमित्री उत्किन के साथ मिलकर वैगनर निजी सैन्य कंपनी बनायी थी. इसके लड़ाकों को रूसी रक्षा मंत्रालय के अड्डों पर प्रशिक्षित किया जाता है. इसके उत्कृष्ट कर्मियों में रूसी सशस्त्र सेना के पूर्व सैनिक हैं. यह अब सीरिया, सूडान, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, लीबिया, मोजाम्बिक, माली, कैमरून तथा मेडागास्कर समेत अन्य देशों में सक्रिय है.

रूस में पुतिन की क्रूर मार्शल संस्कृति को दर्शाते हुए प्रिगोझिन ने अपने आप को हिंसा का महिमामंडन करने के लिए उत्सुक रहने वाले व्यक्ति के रूप में साबित किया है. रूस का अभी जारी सैन्य ड्रामा क्रेमलिन के लिए खतरनाक है. पुतिन के लिए अपने आप को निर्णय लेने की गंभीर गलतियों से अलग रखना मुश्किल होता जा रहा है. यूक्रेन पर हमला करने का फैसला पुतिन का था. पुतिन ने वैगनर को बखमुत पर कब्जा करने का आदेश दिया. आखिरकार युद्ध प्रयास पर निगरानी के लिए सैन्य नेताओं के चयन के वास्ते पुतिन जिम्मेदार हैं. फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला करने के बाद से अब तक रूस अपने कई जनरलों की जान गंवा चुका है.

(पीटीआई-भाषा)

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